जमानत पर आए आरोपित ने साथियों संग मिलकर मांगी थी जजपा नेता से रंगदारी
जननायक जनता पार्टी के नेता व हरज्ञान ठेकेदार से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश करते दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जबकि तीन अन्य फरार चल रहे हैं। आरोपित तीन माह पहले ही डकैती के मामले में जमानत पर आया था। जिसने अपना नया गिरोह तैयार किया और उनके साथ मिलकर रंगदारी मांगने की योजना बनाई। आरोपितों को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, रोहतक : जननायक जनता पार्टी के नेता व हरज्ञान ठेकेदार से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश करते दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जबकि तीन अन्य फरार चल रहे हैं। आरोपित तीन माह पहले ही डकैती के मामले में जमानत पर आया था। जिसने अपना नया गिरोह तैयार किया और उनके साथ मिलकर रंगदारी मांगने की योजना बनाई। आरोपितों को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
सीआइए-1 में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए डीएसपी हेडक्वार्टर गोरखपाल ने बताया कि मोखरा गांव के रहने वाले हरज्ञान ठेकेदार का गुरुग्राम में कंस्ट्रक्शन का काम है। इसके साथ ही उन्होंने 2019 में महम विधानसभा चुनाव से जजपा की तरफ से चुनाव भी लड़ा था। उन्होंने अपने गांव में कार्यालय बनाया हुआ है। जिस पर गांव का ही राजेश रहता है। रविवार सुबह मैन गेट के पास एक धमकी भरा पत्र मिला। जिस पर लिखा था कि 20 लाख रुपये की रंगदारी नहीं दी गई तो सीधी गोली मारी जाएगी। रुपये देने के लिए 25 दिसंबर तक का समय दिया गया था। बहुअकबरपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। सीआइए-1 प्रभारी प्रवीण कुमार और बहुअकबरपुर थाना प्रभारी श्रीभगवान की संयुक्त टीम बनाई गई। एसआइ शमशेर ने छापेमारी करते हुए मोखरा गांव निवासी सोमबीर और प्रदीप को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपितों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रंगदारी का प्लान बनाया था। आरोपित जल्दी अमीर बनना चाहते थे। इसी वजह से रंगदारी मांगी गई थी। वारदात में शामिल अन्य आरोपित फरार चल रहे हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।
कड़ी मेहनत के बाद शिकंजे में आए आरोपित : थाना प्रभारी
बहुअकबरपुर थाना प्रभारी श्रीभगवान ने बताया कि मामले को लेकर पूरी गहनता से जांच की गई। तब आरोपित सोमबीर शक के दायरे में आया। जो डकैती के एक मामले में तीन माह पहले ही जमानत पर आया था। आरोपित से कड़ी पूछताछ की गई, जिसके बाद उसने पूरा मामला खोल दिया। आरोपित सोमबीर ने ही प्रदीप और तीन अन्य के साथ मिलकर यह पूरी योजना बनाई थी। मामले में अभी बजरंग, प्रविद्र और एक अन्य सोमबीर नाम का आरोपित फरार चल रहा है।