सुपवा का स्टूडेंट प्रोजेक्ट हाथ रपिया, चित्रभारती फिल्म फेस्टिवल में चयनित
पंडित लख्मीचंद यूनिवर्सिटी आफ परर्फोमिग एंड विजुअल आर्ट्स (पीएलसी सुपवा) का एक और स्टूडेंट प्रोजेक्ट फिल्म फेस्टिवल के लिए चयनित हुआ है। संस्थान की फैकल्टी आफ फिल्म एंड टेलीविजन (एफटीवी) के थर्ड ईयर के विद्यार्थियों की फिल्म हाथ रपिया का चयन भोपाल में फरवरी माह में होने वाले चित्रभारती फिल्म फेस्टिवल के लिए हुआ है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : पंडित लख्मीचंद यूनिवर्सिटी आफ परर्फोमिग एंड विजुअल आर्ट्स (पीएलसी सुपवा) का एक और स्टूडेंट प्रोजेक्ट फिल्म फेस्टिवल के लिए चयनित हुआ है। संस्थान की फैकल्टी आफ फिल्म एंड टेलीविजन (एफटीवी) के थर्ड ईयर के विद्यार्थियों की फिल्म हाथ रपिया का चयन भोपाल में फरवरी माह में होने वाले चित्रभारती फिल्म फेस्टिवल के लिए हुआ है।
फिल्म में ज्यादातर कलाकार सुपवा के ही विद्यार्थी हैं। राजस्थानी शेखावटी क्षेत्र पर एक रिवाज पर आधारित शार्ट फिल्म के डायरेक्टर हैं सुपवा के एफटीवी के डायरेक्शन विभाग के छात्र अरविद। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी छात्र रिदम तंवर ने की है। जोकि, एफटीवी के ही सिनेमेटोग्राफी विभाग के छात्र हैं। साउंड वर्क हिमांग पाली ने किया है। फिल्म की एडिटिग बिष्णु और अजय लोक ने किया है। फेस्टिवल में फैमिली थीम में हाथ रपिया कंपीट करेगी। फिल्म की शूटिग रोहतक के मकड़ौली गांव में हुई है। फिल्म के लिए अभिजीत, मुनेश, शीतल, सौरभ रानी, अमर कटारिया, अक्षित, सचिन, अमन व छत्तर सिंह ने भी काम किया है।
यह है फिल्म की कहानी
हाथ रपिया फिल्म की अवधि करीब आठ मिनट है। फिल्म में मुख्य पात्र का नाम सुनील है। जोकि, राजस्थान शेखावटी में पिलानी शहर का निवासी है। सुनील की शादी नवलगढ़ की एक लड़की संगीता से होती है। सुनील के सड़क दुर्घटना में मौत के बाद दोनों पक्ष के माता-पिता सुनील के छोटे भाई धर्मवीर से हाथ रुपया शादी करा देते हैं। जबकि, दोनों इस फैसले से असहमत होते हैं। संगीता मां बनने वाली होती है धर्मवीर बच्चे को अपने नामकरण की जिद करता है, जबकि उसके माता-पिता बच्चे को सुनील का नाम देना चाहते हैं। बात पंचायत तक पहुंच जाती है।