महम शुगर मिल में तैयार उत्पाद के लगाए स्टाल, डीसी बनें ग्राहक
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि आमजन को मिलावट रहित एवं केमिकल रहित उत्पाद उपलब्ध करवाना सरकार व सहकारिता विभाग का प्रमुख लक्ष्य है।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि आमजन को मिलावट रहित एवं केमिकल रहित उत्पाद उपलब्ध करवाना सरकार व सहकारिता विभाग का प्रमुख लक्ष्य है। इसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए महम सहकारी चीनी मिल में जैगरी प्लांट की स्थापना की गई है, जिसमें मसाला गुड़, क्यूब गुड़, पेड़ी गुड़ व शक्कर का उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने जिला विकास भवन में मिल के जैगरी प्लांट में बनाए गए उत्पादों के स्टाल का शुभारंभ करने करने के उपरांत उपस्थितगण से बातचीत कर रहे थे। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने स्टाल का प्रथम ग्राहक बनते हुए पांच किलो गुड़ की खरीददारी भी की। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि इन उत्पादों को आमजन तक पहुंचाने के लिए जल्द ही विभिन्न स्थानों पर स्टाल लगाने के लिए जगह चिन्हित की जाएगी। इन उत्पादों को हर गली-हर घर पहुंचाने के लिए सहकारिता विभाग की तरफ से पुरजोर प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन उत्पादों की बाजार में पहुंच के साथ ही विशेष तौर पर मिलों को आर्थिक लाभ होगा और इससे चीनी मिलों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि बेशक बाजार में इस तरह के उत्पादों में कम्पीटीशन है, लेकिन कैमीकल रहित, अच्छी व शुद्ध चीज के लिए लोग कोई भी कीमत चुकाने के लिए तैयार रहते है। उन्होंने कहा कि यह सभी उत्पाद अधिकारियों व आमजन की देखरेख में तैयार हो रहे है। इसलिए निश्चित तौर पर इनकी गुणवत्ता बेहतर है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन का यह प्रयास रहेगा कि चीनी मिल में तैयार गुड़-शक्कर आदि उत्पादों को प्रदेश से बाहर जमना पार आदि क्षेत्रों में भेजा जाए, जिस प्रकार जमना पार से गुड़-शक्कर आदि उत्पाद यहां पर बेचें जा रहे है। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग का प्रयास रहेगा कि जल्द ही यह सभी शुद्ध उत्पाद ऑनलाइन लाइन कंपनियों के माध्यम से आमजन तक पहुंचाया जाएगा।
शुगर मिल की प्रबंध निदेशक मेजर गायत्री अहलावत ने कहा कि महम शुगर मिल अब तक 14800 किलोग्राम गुड़ व शक्कर का उत्पादन कर चुका है। मिल द्वारा तैयार 6450 किलोग्राम गुड़ व शक्कर की बिक्री करते हुए अभी तक लगभग साढे चार लाख रुपये से अधिक की राशि मिल ने प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि इसके शुगर मिल द्वारा इस वर्ष लगभग 31.50 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की जा चुकी है और किसानों को 21 फरवरी तक 69 करोड़ 36 लाख रुपये की गन्ने की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इस अवसर पर शुगर मिल बोर्ड के सदस्यगण व समस्त अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।