त्योहारों पर दुकानदारों ने बेच दी सड़कें, पुलिस चुनाव में व्यस्त, जाम से बेहाल हुआ शहर
जागरण संवाददाता रोहतक त्योहारी सीजन पर नगर निगम की बजाय स्थाई दुकानदार ही शहर की
जागरण संवाददाता, रोहतक : त्योहारी सीजन पर नगर निगम की बजाय स्थाई दुकानदार ही शहर की सड़कों के मालिक बनकर बैठे हैं। यहां अपनी दुकानों के सामने सड़क पर ही अस्थाई दुकानें लगवा दी। अस्थाई दुकानदारों से प्रतिदिन 1500 से पांच हजार रुपये तक वसूले जा रहे हैं। हालात यह है कि सड़कों पर दुकान लगने के कारण शहर का यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई है। हर चौक-चौराहे पर जाम होने के कारण वाहन लेकर सड़क पर निकलना दूभर हो गया है।
दरअसल, करवाचौथ और दीपावली के त्योहार को लेकर ट्रैफिक पुलिस ने पिछले सप्ताह शहर को जाममुक्त बनाए रखने के लिए विशेष प्लान तैयार किया था। इसके तहत हर चौक-चौराहे पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को तैनात करने का दावा किया गया था। साथ ही यह भी दावा किया गया था कि कोई भी दोपहिया वाहन सड़क किनारे सफेद पट्टी के अंदर ही खड़ा किया जाएगा। सड़कों पर अवैध अतिक्रमण कर दुकान चलाने वालों को भी हटाने की योजना थी, जिसमें व्यापारियों से भी सहयोग मांगा गया था, लेकिन स्थिति यह है कि पुलिस का यह प्लान सिरे ही नहीं चढ़ पा रहा। इसका सबसे बड़ा कारण है स्थाई दुकानों के सामने लगवाई गई अस्थाई दुकानें। शहर में डी-पार्क से लेकर दिल्ली रोड और यहां तक कि किला रोड पर भी सड़क पर ही दुकानें सजा दी गई है, जिससे वहां से वाहन लेकर निकलना तो दूर की बात है, बल्कि पैदल निकलना भी दुश्वार हो गया है। वाहन चालक दिन भर जाम से जुझते रहते हैं। इन स्थानों पर पार्किंग संचालित
फिलहाल शहर में हुडा कांप्लेक्स, पुराना बस स्टैंड और भगत सिंह पार्किंग का स्थान तय किया गया है, जहां पर वाहन चालक अपने वाहन पार्क कर सकते हैं। इसके अलावा भी कई स्थानों पर खाली प्लाटों पर पार्किंग का इंतजाम किया गया है, लेकिन स्थिति यह है कि वाहन चालक फिर भी सड़कों पर ही वाहन खड़े कर रहे हैं। चुनाव में व्यस्त होने के कारण पुलिस भी ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही। प्रतिदिन देते हैं दो हजार रुपये
डी-पार्क पर कपड़ों की अस्थाई दुकान लगाने वाले सुनील और सचिन ने बताया कि उन्होंने करीब दस दिन पहले सेल लगाई है। जिस दुकान के सामने उन्होंने सेल लगाई है उस वक्त दुकानदार ने एक हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से रुपये मांगे थे, लेकिन पांच-छह दिन बाद ही ग्राहकों की भीड़ देखकर प्रतिदिन दो हजार रुपये कर दिए। खुद की गुजर-बसर करनी है तो दुकान लगानी ही पड़ेगी। करीब 200 ट्रैफिक पुलिसकर्मी संभाल रहे मोर्चा
त्योहारों को देखते हुए करीब 200 ट्रैफिक पुलिसकर्मी मोर्चा संभाल रहे हैं। जिले में ट्रैफिक के करीब 70 जवान है। उनके साथ में करीब 125 होमगार्डों को भी लगाया गया है, जो यातायात व्यवस्था को बनाने में उनकी मदद करते हैं। उनकी ड्यूटी भी दो शिफ्ट में लगाई है। इसके अलावा संबंधित थाना पुलिस के जवान भी सुबह-शाम गश्त करते हैं, लेकिन फिर भी शहर जाममुक्त नहीं हो पा रहा है। वर्जन
त्योहारों को लेकर ट्रैफिक सिस्टम को मजबूत किया गया है। कई पार्किंग निर्धारित की गई है। ऐसे में लोगों से भी अपील है कि वह पुलिस का सहयोग करें और अपने वाहन पार्किंग में ही पार्क करें।
- वीरेंद्र सिंह, ट्रैफिक इंस्पेक्टर।