स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए इस बार दो केंद्रीय टीम डालेंगी डेरा, एक फीडबैक लेगी तो दूसरी सर्विस लेवल प्रोग्रेस की करेगी पड़ताल
स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के लिए के लिए इस बार एक नहीं दो केंद्रीय टीमें आएंगी। दोनों टीमों का अपने-अपने स्तर पर अलग-अलग कार्य होगा।
अरुण शर्मा, रोहतक
स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के लिए के लिए इस बार एक नहीं दो केंद्रीय टीमें रोहतक में डेरा जमाएंगी। इस बार खास बात यह होगी कि केंद्रीय टीमें आने से पहले अपने आने से पहले आहट नहीं लगने देंगी। पहली टीम लोगों के बीच पहुंचकर फेस टू फेस फीडबैक लेंगी। जबकि दूसरी टीम नगर निगम के विकास कार्यों की हकीकत धरातल पर पहुंचकर करेगी। दूसरी टीम सर्विस लेवल प्रोग्रेस की जांच करेगी।
पिछले तीन बार के सर्वेक्षण में निगम बेशक आ रहा हो, लेकिन सर्विस लेवल प्रोग्रेस में अंक पिछड़ जाते हैं। इसलिए निगम के अधिकारियों को धरातल पर पसीना बहाना होगा। केंद्रीय टीम टीम इस बार एक मार्च से 28 मार्च तक कभी भी किसी भी शहर में डेरा डालेगी। केंद्रीय टीम ने 24 फरवरी तक सभी दस्तावेज मांगे हैं। नगर निगम ने सर्वेक्षण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसलिए नगर निगम के अधिकारी अतिरिक्त मेहनत करने का दावा कर रहे हैं। निगम की तैयारियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस बार निगम ने 7-स्टार के लिए आवेदन किया है। इन श्रेणियों में भी निगम की तैयारियां
निगम को इस बार प्लेटिनम यानी दिव्य, गोल्ड यानी अनुपम, सिल्वर यानी उज्ज्वल, ब्रांज के लिए उदित ओर कॉपर यानी आरोही श्रेणी में नामांकन करना होगा। इस बार नई शुरूआत प्रेरक के लिए होगी। वहीं, जल संरक्षण के लिए किए गए कार्य भी नगर निगम को धरातल पर दिखाने होंगे। कचरा फेंकने व प्रतिबंधित पॉलीथिन रखने पर जुर्माने
फिलहाल सभी 22 वार्डों के लिए नोडल अधिकारी बनाए जा चुके हैं। पिछले दो सप्ताह में करीब 30 दुकानदारों के अलावा अन्य लोगों पर जुर्माना लगाया जा चुका है। प्रतिबंधित पॉलीथिन बिक्री करने वालों पर लगातार चालान किए जा रहे हैं। इसी तरह डेयरियों से कचरा डालने, सीवरेज में गंदगी बहाने, निर्माण सामग्री सड़क पर डालने, घरों के मलबे को सड़क पर डालने वालों के खिलाफ चालान की कार्रवाई हो रही है। वहीं, सूखा-गीला कचरा डालने की हिदायतें हैं। इसके अलावा गीले कचरे से खाद बनाने के लिए लोगों को प्रशिक्षित करने एक टीम बना दी है। यही टीम लगातार लोगों से संपर्क करके प्रशिक्षण देने का कार्य कर रही है। इंदौर और गुरुग्राम मॉडल पर रोहतक में हो रहा कार्य
रोहतक में इंदौर और गुरुग्राम मॉडल पर कार्य हो रहा है। गुरुग्राम में एक निजी एजेंसी गीले कचरे से खाद बनाने का प्रशिक्षण दे रही है। उसी तर्ज पर रोहतक में खाद बनाना सिखाया जा रहा है। खाद को पार्क, बागवानी में उपयोग किया जा सकता है। स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरूआत साल 2016 से हुई थी। ऐसा पहली बार हुआ कि केंद्रीय टीम सर्वेक्षण के लिए जनवरी के बजाय मार्च में आएगी। छह हजार अंकों का सर्वेक्षण, 51 होंगे संकेतक
इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण छह हजार अंकों का होगा। सर्वेक्षण के लिए 51 संकेतक होंगे। वहीं, स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के लिए कलेक्शन एंड ट्रांसपोर्टेशन के लिए कुल सात संकेतक भी होंगे। प्रोसेसिग एंड डिस्पोजल के लिए 13 और सेनिटेशन के लिए कुल पांच संकेतक होंगे। सर्टिफिकेशन के लिए दो, सिटीजन वॉयस के लिए सात और सिटीजन इंगेजमेंट के लिए नौ संकेतक होंगे। डायरेक्ट आर्ब्जवेशन के लिए दो, स्वच्छ एप-लोकल एप के लिए चार और इनोवेशन के लिए दो संकेतक होंगे। 2016 की रैंक : 288वीं
2017 की रैंक : 295वीं
2018 : देश में 89वीं रैंक, हरियाणा में दूसरा स्थान
2019 : देश में 69वीं रैंक, हरियाणा में दूसरा स्थान
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स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 की रिपोर्ट :::
देश में रैंक : 35वीं
हरियाणा में रैंक : दूसरे स्थान पर
गारबेज फ्री सिटी स्टार रेटिग : वन स्टार
खुले में शौच मुक्त : ओडीएफ प्लस-प्लस