रोहतक ने गोल्डन ब्वॉय को पलकों पर बैठाया, ताई स्वदेश ने किया दुलार, उमड़ा जनसैलाब
जागरण संवाददाता, रोहतक : एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल विजेता बॉक्सर अमित पंघाल का रोहतक प
जागरण संवाददाता, रोहतक :
एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल विजेता बॉक्सर अमित पंघाल का रोहतक पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया। गुरुग्राम से अपने कोच अनिल धनखड़ के साथ खुली गाड़ी में बैठकर सुबह 10.30 बजे तिलियार पर पहुंचे। तिलियार पर जोरदार स्वागत हुआ। मायना से लेकर रोहतक और करीब आठ अन्य पंचायतों के लोग अपने लाड़ले की एक झलक पाने के लिए उतावले हो रहे थे। यही कारण था कि अमित और उनके कोच के जयकारे लग रहे थे। सैकड़ों वाहनों के साथ खुली गाड़ी में दिल्ली बाईपास, मदवि के मुख्य गेट तक काफिला पहुंचे। जाट कालेज के साथ ही रास्ते में भी तमाम स्थानों पर स्वागत हुआ। दोपहर करीब दो बजे अपने गांव मायना में पहुंचे। तिलियार पर जब अमित का काफिला पहुंचा तो सीटीएम महेंद्र पाल और एसडीएम राकेश कुमार ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इसके बाद झज्जर चुंगी के निकट जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग स्वागत करने पहुंचे।
ताई ने किया दुलार, तिरंगे लेकर आए युवा और महिलाएं
रोहतक पहुंचे गोल्डन ब्वॉय अमित पंघाल को लोगों ने अपनी पलकों पर बैठा लिया। ताई स्वदेश ने सबसे पहले दुलार किया। मां ऊषा, मौसी संतोष, चाची सुमन और नानी मायावती ने गले लगाया तो आंसू छलक पड़े। ग्रामीणों ने ढोल और नगाड़ों पर डांस कर स्वागत किया। तमाम युवा व महिलाएं हाथों में तिरंगे लेकर आए।
मदवि और जाट कालेज में भी हुआ स्वागत
मदवि के गेट पर तमाम विद्यार्थियों ने स्वागत किया। इसके साथ ही मदवि प्रशासन के अधिकारी भी स्वागत करने के लिए पहुंचे। जाट कॉलेज की ओर से भी स्वागत किया गया। इसके बाद अशोका चौक, झज्जर चुंगी पर न्यू हरियाणा स्कूल के बच्चों ने स्वागत किया। सुनारिया व दूसरे तमाम स्थानों पर भी स्वागत हुआ।
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मैं अपनी जीत का श्रेय अपने कोच अनिल धनखड़ को दूंगा। इसके साथ ही पूरे देश ने मुझ पर पूरा विश्वास किया। मैं सबकी कसौटी पर खरा उतरा। मेरा प्रदर्शन भविष्य में भी बेहतर रहेगा।
अमित पंघाल, एशियन गोल्ड मेडल विजेता
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अमित के जीतने के लिए कई देशवासियों ने व्रत भी रखा था। जीतने के लिए दुआएं भी काम आई। एक सैनिक कभी भी हार नहीं मानता है। यही जज्बा अमित के अंदर है। भविष्य में बेहतर प्रदर्शन कायम रहेगा। साथ ही ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का लक्ष्य है।
अनिल धनखड़, बॉ¨क्सग कोच
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मेरे बेटे ने दुनिया में हमारा नाम ऊंचा किया है। जो सम्मान हमें मिला है, उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। ओलंपिक में बेटा गोल्ड लाए, इसलिए अभी शादी से इन्कार कर दिया है।
ऊषा, अमित की मां।