अंत्योदय सरल केंद्र से लोगों को सेवाओं का शीघ्रता से मिल रहा है लाभ : उपायुक्त
डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि प्रदेश सरकार की ओर से आम लोगों को योजनाओं व सेवाओं का लाभ शीघ्र एवं पारदर्शी तरीके से देने के लिए शुरू की गई है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि प्रदेश सरकार की ओर से आम लोगों को योजनाओं व सेवाओं का लाभ शीघ्र एवं पारदर्शी तरीके से देने के लिए शुरू की गई अंत्योदय सरल केंद्र की महत्वाकांक्षी परियोजना आम जनता के लिए वरदान साबित हो रही है। इस परियोजना के शुरू होने से व्यवस्था में बदलाव हुआ है तथा अब लोगों को एक ही कांउटर पर सेवाएं व योजनाएं उपलब्ध है और उन्हें अपने कार्यों के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते।
अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्रपाल ने की अंत्योदय सरल की समीक्षा
अतिरिक्त उपयाुक्त महेंद्रपाल ने शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में अंत्योदय सरल पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों के निपटारे की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विभिन्न सेवाओं के लिए निर्धारित समयावधि का विशेष ध्यान रखे तथा प्रतिदिन अंत्योदय सरल के पोर्टल को देखे ताकि समय पर आवेदनों का निपटारा किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरल पोर्टल के माध्यम से योजनाओं व सेवाओं की सुलभता से उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की जाने वाली नई हिदायतों से अपडेट रहे तथा इस पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों के निपटारे के लिए अपने कार्यालय में साप्ताहिक बैठकें भी आयोजित करें।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से पूर्व कुछ विभागों द्वारा उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है, जिसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने इस पोर्टल पर लंबित आवेदनों से संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा की तथा उन्हें लंबित आवेदनों का आगामी 30 अक्टूबर तक निपटारा करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, पीजीआइएमएस के जन्म व मृत्यु के प्रमाण पत्रों से संबंधित लंबित आवेदनों को शीघ्र निपटाने को कहा। उन्होंने श्रम विभाग, पुलिस विभाग, एचएसआइआइडीसी एवं अन्य संबंधित विभागों से संबंधित पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों के क्रियान्वयन की समीक्षा की। मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी वरुण श्रीधर ने लंबित आवेदनों से संबंधित विभागों की क्रमवार समीक्षा करवाई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी वरुण श्रीधर, नगराधीश सुरेंद्र सिंह, पुलिस उपाधीक्षक सुशीला, डीआइओ जितेंद्र मलिक व डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. निदेश मलिक सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।