सेक्टरों की टूटी पड़ी सड़कें, एक साल पहले तोड़े कम्युनिटी सेंटर नहीं हुआ निर्माण
सेक्टरों में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण यानी एचएसवीपी के फेर में फंसे सेक्टर वालों की परेशानियां बढ़ रही हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक : सेक्टरों में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण यानी एचएसवीपी के फेर में फंसे सेक्टर वालों की परेशानियां बढ़ रही हैं। सेक्टर वालों ने अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जताई है। दोनों ही विभाग आपस में एक दूसरे की जिम्मेदारी बता रहे हैं। लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं कर रहे। रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यालय की इमारत को एक साल पहले तोड़ दिया था। फिर भी निर्माण कार्य नहीं कराया। अब टूटी सड़कों पर भी कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा। जो भी कम्युनिटी सेंटर हैं वह भी छोटे हैं।
सेक्टर-1 की एसोसिएशन के प्रधान प्रधान पवन आहूजा की अध्यक्षता में बैठक हुई। प्रधान ने कहा है कि वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यालय को तोड़ दिया गया। अब एसोसिएशन के पदाधिकारी कहां बैठेंगे। जनसमस्याएं सुनने के लिए कोई स्थान नहीं है। इन्होंने कार्यालय व उसकी इमारत का तत्काल निर्माण कराने की मांग की है। वार्ड-11 के पार्षद कदम सिंह अहलावत ने बताया कि बजट पास हो गया था। लेकिन बार-बार नगर निगम और एचएसवीपी के अधिकारियों से वार्ता के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। दूसरी ओर, सेक्टर के कम्युनिटी सेंटर का आकार बेहद छोटा है। यहां कोई बड़े आयोजन नहीं हो सकते। सीवरेज, स्टॉर्म वाटर की लाइन की सफाई सही से नहीं हुई। सड़कें टूटी पड़ी हैं। लेवल भी ठीक नहीं। पार्कों का रखरखाव नहीं। बाउंड्री नहीं। पेयजल आपूर्ति बेहतर नहीं। नहर के निकट डिच ड्रेन की सफाई नहीं हुई। इस मौके पर चेयरमैन सीताराम चुघ, उप प्रधान कैलाश खन्ना, महासचिव एडवोकेट केके खीरवाट, पंकज कथूरिया, ट्रेजरार डीपी रंगा, ऑडिटर श्याम गौतम, गुलशन उप्पल, केएल बुधिराजा आदि मौजूद रहे।
यदि टेंडर हो गए हैं तो फिर सेक्टरों की सड़कें क्यों नहीं बन रहीं
वार्ड-11 के पार्षद कदम सिंह के अलावा एसोसिएशन के महासचिव एडवोकेट केके खीरवाट ने बताया है कि प्रशासन को कोशिश करनी चाहिए कि तत्काल टूटी सड़कों का निर्माण हो। इन्होंने यह भी कहा है कि जब भी सड़कों की मरम्मत हो या फिर निर्माण। यह भी निगरानी होनी चाहिए कि जो सड़कें बार-बार टूट रहीं हैं तो उनकी पीछे क्या वजह हैं। इन्होंने पूरे प्रकरण में यह भी कहा है कि जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो व्यक्तिगत तौर से उपायुक्त से शिकायत करेंगे।