महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस पर बैंसी पहुंचे राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा
संवाद सहयोगी लाखनमाजरा महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस के अवसर पर बुधवार को वाल्मीकि चौपाल बै
संवाद सहयोगी, लाखनमाजरा : महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस के अवसर पर बुधवार को वाल्मीकि चौपाल बैंसी में राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। महर्षि वाल्मीकि सभा बैंसी की तरफ से बैंसी के पूर्व सरपंच दलीप सिंह व कार्यक्रम के आयोजकों ने राज्यसभा सदस्य का पगड़ी बांध कर फूल मालाओं से स्वागत किया। राज्यसभा सदस्य ने वाल्मीकि समाज की मांग पर महर्षि बाल्मीकि भवन के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री एच्छिक कोष से 11 लाख रुपये देने की घोषणा की।
राज्यसभा सदस्य ने भगवान वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण किया। उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वाल्मीकि जयंती को प्रकट दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष का सबसे बड़ा महाकाव्य है रामायण जिसकी रचना महर्षि बाल्मीकि ने राम के जन्म से पहले ही कर दी थी। उन्होंने कहा कि वेदव्यास ने महान ग्रंथ गीता की रचना महाभारत से पहले कर दी थी। उन्होंने बताया कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने समता, समानता, बंधुता एवं मानवता आधारित भारतीय संविधान को कठिन परिश्रम से तैयार कर 26 नवंबर 1949 को तत्कालीन राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद को सौंप कर देश के समस्त नागरिकों को राष्ट्रीय एकता, अखंडता और व्यक्ति की गरिमा की जीवन पद्धति से भारतीय संस्कृति को अभिभूत किया। इस अवसर पर योगी रमेश नाथ, रामचंद्र,बलराज, इंद्र, सुधीर, जयभगवान, विनोद, सोनु बिदलान, बीजेपी नेता अजीत अहलावत, मीडिया प्रभारी शमशेर खरक, धर्मवीर खत्री, श्रीभगवान हिदुस्तानी, महामंत्री मोनू राठी, लाखन माजरा मंडल जग्गा सरपंच, प्रीतम भौरिया, महिलाओं व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।