क्रमिक अनशन पर रहे बर्खास्त पीटीआइ शिक्षक, नहीं दी परीक्षा
बर्खास्त पीटीआइ शिक्षकों के लिए आयोजित की गई भर्ती परीक्षा को रोहतक के पीटीआइ ने बहिष्कार किया और वे क्रमिक अनशन पर रहे।
जागरण संवाददाता, रोहतक : बर्खास्त पीटीआइ शिक्षकों के लिए आयोजित की गई भर्ती परीक्षा को रोहतक के पीटीआइ ने बहिष्कार किया और वे क्रमिक अनशन पर रहे। जिला प्रधान रमेश ने दावा किया कि रोहतक के बर्खास्त पीटीआइ ने इस परीक्षा का पूरी तरह से बहिष्कार किया है। इसके साथ ही लघु सचिवालय के बाहर पीटीआइ का धरना 70वें दिन भी जारी रहा। धरना स्थल पर पीटीआइ क्रमिक अनशन पर भी रहे। लघु सचिवालय के बाहर पीटीआइ के धरने को 70 दिन हो गए। रविवार सुबह जगरोशन, गीता, सुमित्रा और उर्मिला विधिवत धरने पर बैठे। सभी पीटीआइ शिक्षकों ने विभिन्न जिलों में ली जा रही परीक्षा का बहिष्कार किया। सभी •िालों के पीटीआइ पलवल, यमुनानगर और गुरुग्राम में इकट्ठा हुए और परीक्षा का पूर्ण बहिष्कार किया। उनका कहना है कि अब आगे की रणनीति जल्द की तय की जाएगी। बहाली की मांग करते हुए तमाम पीटीआइ रोहतक में धरना दे रहे हैं। लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हुई है। जिसके चलते बर्खास्त पीटीआइ में रोष बना हुआ है।
इंतजार करते रहे अधिकारी, नहीं पहुंचे अभ्यर्थी :
उधर, प्रदेश के पांच जिलों में आयोजित की गई पीटीआइ भर्ती परीक्षा के लिए रोडवेज विभाग की 30 बसों को संचालित करने के लिए पर्याप्त अभ्यर्थी ही मौके पर नहीं पहुंचे। दिन भर अधिकारी अभ्यर्थियों का इंतजार करते रहे। इससे पहले विभाग के अधिकारियों को उम्मीद थी कि बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए बसों का प्रयोग करेंगे। इसके लिए जीएम गुलाब सिंह दुहन ने 30 अतिरिक्त बसों की तैनाती करते हुए करीब 600 चालक-परिचालकों की ड्यूटी भी लगाई थी। वीरवार को अभ्यर्थियों के बस स्टैंड पर न पहुंचने के कारण चालक-परिचालकों को मायूसी हाथ लगी।