Move to Jagran APP

संकट मोचन मंदिर में मां कुष्मांडा की पूजा कर मांगी मनोकामना

माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में ब्रह्मलीन गुरुमां गायत्री के सानिध्य में शारदीय नवरात्र के चौथे दिन मंगलवार को मां दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कुष्मांडा की पूजा अर्चना की गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 08:52 AM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 08:52 AM (IST)
संकट मोचन मंदिर में मां कुष्मांडा की पूजा कर मांगी मनोकामना
संकट मोचन मंदिर में मां कुष्मांडा की पूजा कर मांगी मनोकामना

जागरण संवाददाता, रोहतक : माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में ब्रह्मलीन गुरुमां गायत्री के सानिध्य में शारदीय नवरात्र के चौथे दिन मंगलवार को मां दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कुष्मांडा की पूजा अर्चना व मां के दरबार में फूल-मालाओं व फल चढ़ाकर जगदंबे भवानी से मंगलकामनाएं मांगी। भक्तों को फल, मिश्री का प्रसाद वितरित किया। श्रद्धालुओं ने माता के जयघोषों से वातावरण को भक्तिमय किया।

loksabha election banner

कार्यक्रम में साध्वी मानेश्वरी देवी ने प्रवचन देते हुए कहा कुष्मांडा के रूप में अवतरित माता भगवती संपूर्ण जगत की उत्पत्ति की कारक है। इसीलिए इन्हें कुष्मांडा के नाम से जाना जाता है। मां कुष्मांडा की पूजा से भक्तों को हर समस्या से मुक्ति मिलती है। मां कुष्मांडा की पूजा अराधना करने से सिद्धियों में निधियों को प्राप्त कर समस्त रोग-शोक दूर होकर आयु में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा मां तक पहुंचने का साधन है श्रद्धा। श्रद्धा वह है जो लाभ-हानि, जय-पराजय, सफलता-असफलता में अविचल-अटूट-अडिग बना रहे। उन्होंने कहा यदि हम तन-मन-धन से प्रभु का स्मरण करते हैं तो भगवान स्वयं हमारे किसी न किसी रूप में संकट दूर करते हैं। अटल विश्वास, अटूट श्रद्धा की शक्ति असीम है। यदि मन आपका पवित्र नहीं है तो चाहे ढेरों मंत्रों का जाप करें, कितने ही स्त्रोतों का पाठ करें। मां की कृपा का दर्शन नहीं होगा। मां परखती है आपका ईमान, आपका चरित्र, आपकी वृत्ति, आपका स्वभाव, आपकी श्रद्धा। इन सब में पारदर्शिता लाकर अपने जीवन को सफल बनाया जा सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.