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देश के 543 लोकसभा क्षेत्रों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने की योजना : डा. वीके ¨सह

जागरण संवाददाता, रोहतक : केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डा. वीके ¨सह ने कह

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 06:37 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 06:37 PM (IST)
देश के 543 लोकसभा क्षेत्रों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने की योजना : डा. वीके ¨सह
देश के 543 लोकसभा क्षेत्रों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने की योजना : डा. वीके ¨सह

जागरण संवाददाता, रोहतक :

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केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डा. वीके ¨सह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के सभी 543 लोकसभा क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने की योजना है। रोहतक में 234वां सेवा केंद्र खोला गया है। सरकार चाहती है कि पासपोर्ट बनवाने के लिए नागरिकों को 50-60 किलोमीटर से दूर न जाना पड़े। रोहतक के केंद्र में पासपोर्ट बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया स्थानीय स्तर पर ही संपन्न होगी। केंद्रीय मंत्री बुधवार को रोहतक के पोस्ट ऑफिस में पासपोर्ट सेवा (पीओपीएसके) केंद्र का उद्घाटन करने के बाद उपस्थिति लोगों को संबोधित कर रहे थे।

विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि सरकार आमजन स्थानीय स्तर पर ही सेवाएं देने के लिए कार्य कर रही है। इसी दिशा में काम करते हुए सरकार कम दूरी पर पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक मुख्य डाकघर में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले जाने की योजना है।

जनरल वीके ¨सह ने कहा कि भाजपा की सरकार ने पासपोर्ट बनवाने अथवा अन्य नागरिक सेवाओं में दलालों की भूमिका को समाप्त कर पारदर्शी व्यवस्था जनता को दी है। उन्होंने कहा कि रोहतक-सोनीपत के बाद अब जल्द ही सिरसा में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला जाएगा।

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पासपोर्ट सेवा के नियमों को किया सरल

केंद्रीय मंत्री ¨सह ने कहा कि नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पासपोर्ट के नियमों का भी सरलीकरण किया गया है। अब तलाकशुदा महिलाओं के लिए पति का नाम लिखना अनिवार्य नहीं है। इसी प्रकार से सन्यासी अपने पिता के नाम के स्थान पर गुरु का नाम दर्ज करवा सकता है। ठीक इसी प्रकार से एकल अभिभावक का नाम भी लिखा जा सकता है। जन्मतिथि प्रमाण-पत्र में भी विकल्प प्रदान किए गए हैं। अनाथालय के बच्चे की जन्मतिथि वही मानी जाएगी जिस दिन उसे अनाथालय में दाखिल कराया जाएगा।

विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई भारतीय नागरिक देश में किसी मुसीबत में फंस जाता है तो उसकी मदद के लिए दूतावास के माध्यम से तुरंत कार्यवाई की जाती है। इस संबंध में सोशल मीडिया के माध्यम से मिलने वाले संदेशों को गंभीरता से लिया जाता है।


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