चार काउंटरों पर अभी तक आए सिर्फ 150 दावे-आपत्तियां, अब 15 और मोहलत
प्रॉपर्टी टैक्स के सर्वे के बाद दावे-आपत्तियां लगाने के आखिरी दिन बेहद कम लोग ही सामने आए। मार्च में दावे आपत्तियां दर्ज करने की शुरूआत की गई थी। अब सोमवार को आखिरी दिन तक महज 150 लोगों ने चार काउंटरों पर आफलाइन दावे-आपत्तियां दर्ज कराए। अभी शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने दावे-आपत्तियों को दर्ज कराने के लिए तिथि बढ़ाने के लिखित में आदेश नहीं दिए हैं। फिर भी निगम के अधिकारियों ने उपभोक्ताओं की समस्याएं दूर करने के लिए 15 अप्रैल तक मामलों की सुनवाई का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : प्रॉपर्टी टैक्स के सर्वे के बाद दावे-आपत्तियां लगाने के आखिरी दिन बेहद कम लोग ही सामने आए। मार्च में दावे आपत्तियां दर्ज करने की शुरूआत की गई थी। अब सोमवार को आखिरी दिन तक महज 150 लोगों ने चार काउंटरों पर आफलाइन दावे-आपत्तियां दर्ज कराए। अभी शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने दावे-आपत्तियों को दर्ज कराने के लिए तिथि बढ़ाने के लिखित में आदेश नहीं दिए हैं। फिर भी निगम के अधिकारियों ने उपभोक्ताओं की समस्याएं दूर करने के लिए 15 अप्रैल तक मामलों की सुनवाई का फैसला लिया है।
नगर निगम के सभी 22 वार्डों में प्रॉपर्टी टैक्स का सर्वे हुआ था। बताया गया है कि सर्वे के बाद करीब 1.90 लाख प्रॉपर्टी यूनिट पाई गई हैं। पहले यह प्रॉपर्टी यूनिट 1.72 लाख थीं। साल 2010-2011 के बाद फिर से नए सिरे से सर्वे का काम पूरा होने का दावा किया गया था। शहरी क्षेत्र में करीब 18 हजार नई यूनिट बढ़ गई हैं। ज्वाइंट कमिश्नर सुरेश कुमार की अध्यक्षता में चार-पांच अधिकारियों को तैनात किया गया था। दावे-आपत्तियां मिलने के बाद 15 अप्रैल तक फैसला करना था। हालांकि अब 10 दिन की और मोहलत मिलने से जांच और इन मामलों पर सुनवाई की तिथि भी आगे बढ़ने के आसार हैं। अभी इस तरह आनलाइन करा सकते हैं दावे-आपत्तियां दर्ज
नगर निगम के आंबेडकर चौक स्थित कार्यालय में काउंटर लगाए गए थे। सर्वे का कार्य जयपुर की कंपनी याशी कंसल्टिग सर्विसेज ने किया है। नगर निगम के क्षेत्रीय कराधान अधिकारी जगदीश चंद्र ने बताया कि उपभोक्ता पीएमएस हरियाणा डॉट काम वेबसाइट पर भी आनलाइन दावे-आपत्तियां दर्ज कराने थे। इसी वेबसाइट पर प्रॉपर्टी से संबंधित लिक दिखेगा। बाद में जिला, कस्बा नजर आएगा। उपभोक्ता शहर में रोहतक डाल सकेंगे। इसके बाद मैप दिखेगा। इस मैप को क्लिक करेंगे तो संपत्ति का व्यू डिटेल नजर आएगी। बाद में नाम, मोबाइल नंबर और कालोनी के नाम से भी खुद की प्रॉपर्टी को तलाश सकते हैं। निगम कार्यालय में लगाए थे चार काउंटर
क्षेत्रीय कराधान अधिकारी जगदीश चंद्र ने बताया कि सभी 22 वार्डों के लिए चार काउंटरों पर दो-दो कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इन काउंटरों पर आफलाइन दावे-आपत्तियां दर्ज करने के इंतजाम किए गए थे। वार्ड-1 से वार्ड-5 तक के लिए दो नंबर काउंटर, वार्ड-6 से वार्ड-10 तक के लिए चार नंबर काउंटर, वार्ड-11 से वार्ड-18 तक पांच नंबर काउंटर पर दावे-आपत्तियां दर्ज कराने के लिए इनका संचालन किया। वार्ड-19 से वार्ड-22 तक के लिए एक अन्य काउंटर लगाया गया है। इन मामलों से समझें लोगों की परेशानी : केस एक : दिनभर भटके लोग
राकेश ने सनसिटी में नया प्लाट खरीदा है। कुछ माह पहले प्लाट खरीदने के कारण संपत्ति को अपने नाम करवाने दिनभर नगर निगम कार्यालय में चक्कर काटते रहे। लेकिन एक काउंटर से दूसरे और तीसरे काउंटर पर चक्कर काटे। वहीं, कर्मचारियों से भी मिले, लेकिन कोई राहत नहीं मिली।
--
केस दो : घर किसी का संपत्ति किसी की
सांपला नगर पालिका क्षेत्र में रहने वाले अंकुर का कहना है कि पहले सांपला पंचायत था। रजिस्ट्री या फिर मालिकाना हक से संबंधित साक्ष्य नहीं। जब दावे-आपत्तियों वाले पोर्टल पर इसे चेक किया गया तो घर दूसरे भाई का फोटो में दिखा, जबकि संपत्ति अन्य भाई थी।
-- वर्जन
सरकार ने अभी दावे-आपत्तियों से संबंधित तिथि बढ़ाने से संबंधित कोई सूचना नहीं भेजी है। उपभोक्ताओं को हम परेशान नहीं होने देंगे। इसलिए लोग दावे-आपत्तियां दर्ज कराएंगे तो उनके रूटीन की तरह समाधान कराएंगे।
जगदीश चंद्र, क्षेत्रीय कराधान अधिकारी, नगर निगम