एक रेस्टोरेंट सील, तीन बकाएदारों ने जमा कराए 15 लाख
शहरी क्षेत्र में प्रापर्टी टैक्स के बकाएदारों पर शिकंजा शुरू हो गया है। नगर निगम की टीम ने टाप-50 बकाएदारों पर मंगलवार को कार्रवाई शुरू की। इन पर करीब 16 करोड़ से अधिक रकम बकाया है। इन्हें नोटिस भी दिए गए। फिर भी बकाया प्रापर्टी टैक्स जमा न होने पर टैक्स ब्रांच ने सख्ती दिखाई। दल-बल के साथ निगम की टीम पहुंची और इमारतों को सीलिग करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
जागरण संवाददाता, रोहतक : शहरी क्षेत्र में प्रापर्टी टैक्स के बकाएदारों पर शिकंजा शुरू हो गया है। नगर निगम की टीम ने टाप-50 बकाएदारों पर मंगलवार को कार्रवाई शुरू की। इन पर करीब 16 करोड़ से अधिक रकम बकाया है। इन्हें नोटिस भी दिए गए। फिर भी बकाया प्रापर्टी टैक्स जमा न होने पर टैक्स ब्रांच ने सख्ती दिखाई। दल-बल के साथ निगम की टीम पहुंची और इमारतों को सीलिग करने की कार्रवाई शुरू कर दी। डरे हुए तीन इमारत व प्रतिष्ठान संचालकों ने 15 लाख रुपये जमा करा दिए। वहीं, एक रेस्टोरेंट संचालक ने बकाया जमा नहीं कराया तो उसे सील कर दिया।
नगर निगम की टैक्स ब्रांच के अधिकारी और 10 से अधिक कर्मचारी कार्रवाई के लिए पहुंचे। निगम के अधिकारियों के मुताबिक, देव कालोनी में एक पीजी संचालक पर छह लाख रुपये बकाया टैक्स था। जब संबंधित पीजी को सीलिग की कार्रवाई शुरू की तो उन्होंने मौके पर ही पहुंचकर बकाया जमा कराने की मोहलत मांगी। टैक्स ब्रांच के अधिकारियों का दावा है कि देर शाम निगम कार्यालय में पहुंचकर रकम जमा करा दी। इसी तरह से बाबा मस्तनाथ कालोनी में एक बैक्वेंट हाल संचालक पर आठ लाख रुपये की रकम बकाया थी, उन्होंने मौके पर ही बकाया रकम जमा करा दी। इसी तरह से गोहाना रोड पर एक पेट्रोल पंप संचालक पर एक लाख रुपये का टैक्स बकाया था। यहां भी निगम की टीम सीलिग की कार्रवाई करने के लिए पहुंची तो आनन-फानन में बता रहे हैं कि बकाया रकम जमा करा दी। इसी तरह से गोहाना रोड पर पेट्रोल पंप से थोड़ी ही दूरी पर संचालित रेस्टोरेंट संचालक ने 5.63 लाख रुपये जमा नहीं कराए, इसलिए सील कर दिया। कार्रवाई के दौरान टैक्स ब्रांच के अशोक कुमार, अंकित गुलिया व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। किसी भी स्थिति में राहत नहीं दी जाएगी
बकाएदारों पर सख्ती होगी। जो भी बकाया रकम है वह जमा करा दें, अन्यथा अगली बार उन्हें किसी भी स्थिति में राहत नहीं दी जाएगी। बकाएदारों की इमारतें सील करने की कार्रवाई नियमित तौर से चलेगी।
हरदीप सिंह, डिप्टी नगर निगम आयुक्त