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दो साल में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा ट्रैफिक पार्क का निर्माण कार्य

खेल-खेल में ट्रैफिक के नियम समझाने के लिए निर्मित होने वाले ट्रैफिक पार्क में बड़ा खेल हो गया। दो साल पहले मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने करीब ढाई एकड़ जमीन में ट्रैफिक पार्क का निर्माण कराने के लिए शिलान्यास किया था। नगर निगम के अधिकारियों की अनदेखी के चलते ट्रैफिक पार्क का कार्य एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा। अधिकारियों की लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री की तरफ से लगाए गए पौधे तक की रखवाली अधिकारी नहीं कर सके।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 08:25 AM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 08:25 AM (IST)
दो साल में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा ट्रैफिक पार्क का निर्माण कार्य
दो साल में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा ट्रैफिक पार्क का निर्माण कार्य

अरुण शर्मा, रोहतक

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खेल-खेल में ट्रैफिक के नियम समझाने के लिए निर्मित होने वाले ट्रैफिक पार्क में बड़ा खेल हो गया। दो साल पहले मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने करीब ढाई एकड़ जमीन में ट्रैफिक पार्क का निर्माण कराने के लिए शिलान्यास किया था। नगर निगम के अधिकारियों की अनदेखी के चलते ट्रैफिक पार्क का कार्य एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा। अधिकारियों की लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री की तरफ से लगाए गए पौधे तक की रखवाली अधिकारी नहीं कर सके।

वार्ड-14 स्थित मेडिकल मोड़ पर पीजीआइ की जमीन पर इस ट्रैफिक पार्क का निर्माण होना था। ग्रीन बेल्ट को हरा-भरा बनाने के साथ ही ट्रैफिक के नियम समझाने के लिए यहां चौक-चौराहे, लाल बत्ती, स्पीड ब्रेकर, यू-टर्न आदि भी निर्मित होने थे। सुंदरीकरण के लिए विभिन्न पौधे लगाने का भी प्रस्ताव था। लोगों के टहलने के लिए दो-दो फीट चौड़े फुटपाथ भी निर्मित होने थे। बीते छह माह से वार्ड-14 के भाजपा पार्षद राधेश्याम ढल ट्रैफिक पार्क पर निर्माण कराने के मामले में अधिकारियों के पास चक्कर काट रहे हैं। पार्षद का दावा है कि सही जानकारी नहीं दी गई। शुक्रवार को दोबारा से अधिकारियों से मुलाकात की तो अब दावा किया है कि शनिवार को हर हाल में निर्माण कार्य शुरू करा देंगे। पार्षद का दावा, पार्क का पैसा दुकानों के निर्माण में लगाया

पार्षद ढल ने गंभीर आरोप लगाए हैं। नगर निगम के अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं कि ट्रैफिक पार्क के निर्माण के लिए कुल 20 फीसद रकम निगम को मिल चुकी है। अधिकारियों ने ट्रैफिक पार्क के निर्माण के बजाय पावर हाउस की जमीन पर निर्मित हो रहीं दुकानों के निर्माण पर यह रकम खर्च कर दी। पार्षद का कहना है कि मुझे तो यहां तक सूचना मिली है कि पॉवर हाउस की दुकानों और ट्रैफिक पार्क के निर्माण के लिए एक ही एजेंसी को काम सौंपा गया है। अब अधिकारी यह भी नहीं बता रहे कि पॉवर हाउस पर करीब ढाई करोड़ से दुकानों का निर्माण तेजी से कराया, लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा में शामिल ट्रैफिक पार्क के निर्माण में गड़बड़ी क्यों की गई। शिलापट पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नाम में भी त्रुटि

15 जुलाई 2019 को स्वास्थ्य एवं सड़क सुरक्षा जागरूकता पार्क का शिलान्यास मुख्यमंत्री मनोहरलाल, तत्कालीन मंत्री मनीष ग्रोवर, सांसद डा. अरविद शर्मा, मेयर मनमोहन गोयल ने किया था। इसी शिलापट पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के हिदी के नाम में भी त्रुटि है। शिलापट पर स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री हरियाणा सरकार से ऊपर अनिल विज के बजाय अनील विज लिखा हुआ है। पार्षद ने मांग की है कि स्वास्थ्य मंत्री के नाम को लेकर हिदी की त्रुटि भी दूर की जाए। वर्जन

करीब दो करोड़ रुपये के बजट से ट्रैफिक पार्क का निर्माण होना था। कोविड-2019 के कारण कार्य शुरू कराने में अड़चनें सामने आईं। बजट की कमी के चलते भी काम में देरी हुई। हमने ठेकेदार को आदेश दिए हैं। हर हाल में शनिवार से काम शुरू करा दिया जाएगा।

प्रदीप गोदारा, आयुक्त, नगर निगम

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मुझे अधिकारी पिछले कई माह से गुमराह कर रहे हैं। किन अधिकारियों की लापरवाही के चलते निर्माण कार्य में देरी हुई इसे लेकर जिम्मेदारी तो तय होनी चाहिए।

राधेश्याम ढल, पार्षद, वार्ड-14


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