ब्लैक फंगस से डरने की जरूरत नहीं, सावधानी सबसे जरूरी : डा. रीटा शर्मा
सांसद अरविद शर्मा की पत्नी डा. रीटा शर्मा ने ब्लैक फंगस को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिण लोगों से रूबरू हुई। उन्होंने संक्रमण से बचाव दवाईयों व इलाज को लेकर जन जागृति लाने के लिए चर्चा की।
जागरण संवाददाता, रोहतक : सांसद अरविद शर्मा की पत्नी डा. रीटा शर्मा ने ब्लैक फंगस को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिण लोगों से रूबरू हुई। उन्होंने संक्रमण से बचाव, दवाईयों व इलाज को लेकर जन जागृति लाने के लिए चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी को सावधानियां बरतनी होगी और बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत इलाज करवाएं। बिना डाक्टर की सलाह के घर पर कतई इलाज न करें। ब्लैक फंगस के लक्षणों के विषय में बताते हुए डा. रीटा शर्मा ने बताया कि मरीज को सबसे पहले जुखाम जैसा महसूस होता है उसके बाद धीरे-धीरे आंख के नीचे के हिस्से में दर्द, ऊपरी जबड़े के हिस्से में दर्द और धुंधला दिखना, आंख में असहनीय पीड़ा होना इत्यादि हैं। यह विशेषकर कमजोर इम्यूनिटी के लोगों के लिए बहुत घातक होता है, जिसमें डायबिटीज, कार्डियक प्रॉब्लम्स, रेस्पिरेट्री आदि मुख्यत कारक हैं। मास्क का इस्तेमाल करते हैं या तो उसे नियमित रूप से बदला जाए या उसे बार-बार धोकर इस्तेमाल करें। अगर एक ही मास्क का इस्तेमाल लगातार लंबे समय तक करते रहे तो भी ब्लैक फंगस के संक्रमण का खतरा बढ़ता है। उन्होंने बताया की ब्लैक फंगस के साथ-साथ इक्का-दुक्का व्हाइट फंगस के मरीज भी दिखने शुरू हो गए हैं जो और अधिक खतरनाक है इसके लिए जरूरी है कि समय रहते एक सही एवं एक्सपर्ट डाक्टर से संपर्क किया जाए ताकि गंभीर नुकसान होने से पहले इसका इलाज किया जा सके। डा. रीटा शर्मा ने बताया कि पीजीआइ सहित प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलजों को फंगस से निपटने के लिए पंजीकृत किया गया है और बीमारी के इस्तेमाल होने वाले एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन भी उपलब्ध करवाएं जा रहे है। प्रदेश सरकार कोरोना के साथ-साथ फंगस को लेकर भी पूरी तरह से अलर्ट है।