Move to Jagran APP

नांदल खाप ने दिया किसान आंदोलन को समर्थन, टीकरी बॉर्डर भेजी खाद्य सामग्री

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों को नांदल खाप ने पूर्ण रूप से समर्थन दे दिया है। नांदल भवन से खाद्य सामग्री टिकरी बॉर्डर पर भेजी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 07:00 AM (IST)
नांदल खाप ने दिया किसान आंदोलन को समर्थन, टीकरी बॉर्डर भेजी खाद्य सामग्री
नांदल खाप ने दिया किसान आंदोलन को समर्थन, टीकरी बॉर्डर भेजी खाद्य सामग्री

जागरण संवाददाता, रोहतक : तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों को नांदल खाप ने पूर्ण रूप से समर्थन दे दिया है। मंगलवार को खाप ने बोहर गांव स्थित नांदल भवन से खाद्य सामग्री टिकरी बॉर्डर पर भेजी।

loksabha election banner

नांदल खाप के प्रधान ओमप्रकाश नांदल ने कहा कि यह तीनों कृषि काूनन पूंजीपतियों के दबाव में सरकार किसानों पर जबरदस्ती थोपे रही है। इन कानूनों को रद कर सरकार को स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करनी चाहिए। इसके अलावा सरकार कानून में यह प्रावधान करें कि कोई भी एजेंसी या व्यक्ति एमएसपी से कम दामों में किसानों से उपज खरीद करता है तो उसे कानूनी सजा दी जाए। अगर भाव में कोई उतार-चढ़ाव हो तो उसकी भरपाई केंद्र या राज्य सरकार करे।

खाप महासचिव डा. संजीत नांदल ने कहा कि नांदल खाप का पूर्ण समर्थन किसानों के साथ है। संविधान ने सभी को अपनी आवाज उठाने व आंदोलन चलाने का हक दिया है।

इस अवसर पर खाप प्रवक्ता मा. देवराज नांदल, सूरत सिंह, सतपाल नांदल, कृष्ण ठेकेदार, धर्मबीर नांदल, सतीश नांदल, बिल्लू नांदल कुताना, जय सिंह, पाले दुधिया, आजाद सिंह आदि कार्यकारिणी सदस्य प्रमुख रूप से मौजूद रहे। किसानों पर दर्ज किए गए केसों को तुरंत वापस ले सरकार : खुराना

जासं, रोहतक : हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एडवोकेट रमेश खुराना ने दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर केंद्र सरकार के इशारे पर दर्ज किए गए मुकदमों को तुरंत खत्म करने व किसान नेताओं को रिहा करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि किसानों से बिना शर्त के तुरंत बातचीत की जाए और इन तीन कृषि कानूनों को रद किया जाए। यह केवल किसानों की नहीं बल्कि आम जनता की लड़ाई है। इन कानूनों से देश की खाद्य आपूर्ति पूरी तरह से बड़े पूंजीपतियों के हाथ में आ जाएगी। वे जितना चाहेंगे उतना अधिक खाद्यान्न स्टोर कर सकेंगे और ऐसा करने से उन्हें कोई कानून नहीं रोक पाएगा। वहीं बाद में वे कालाबाजारी करके इसी उपज को महंगे दामों पर जनता को मुहैया करवाएंगे। आज हरियाणा प्रदेश के किसान आंदोलनरत है लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल को यह दिखाई नहीं दे रहा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.