प्रॉपर्टी टैक्स व विकास शुल्क जमा न कराने पर मुंजाल काम्प्लेक्स व मॉडल टाउन की इमारत सील
जागरण संवाददाता रोहतक नगर निगम की टीमों ने एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई की है। बक
जागरण संवाददाता, रोहतक : नगर निगम की टीमों ने एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई की है। बकाया प्रॉपर्टी टैक्स व विकास शुल्क जमा न कराने पर दो काम्प्लेक्स सील कर दिए। एक आंखों के अस्पताल को भी निगम की टीम सील करने पहुंची। लेकिन अस्पताल के अंदर मरीज होने के कारण निगम की टीम तत्काल बकाया रकम जमा कराने की चेतावनी देकर वापस लौट आई। मॉडल टाउन में भी एक इमारत सील कर दी है। एक अन्य इमारत स्वामी ने सोमवार को बकाया टैक्स जमाने का आश्वासन दिया है।
नगर निगम के क्षेत्रीय कराधान अधिकारी जगदीश चंद्र के नेतृत्व में 25 से अधिक अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम कार्रवाई करने के लिए शुक्रवार को पहुंची। कार्रवाई के दौरान भूमि अधिकारी सुरेंद्र गोयल व उनकी टीम भी मौजूद रही। क्षेत्रीय कराधान अधिकारी जगदीश के मुताबिक, अशोका चौक के निकट मुंजाल काम्प्लेक्स संचालक पर प्रॉपर्टी टैक्स के अलावा करीब चार लाख रुपये विकास शुल्क भी बकाया था। इसलिए यहां संचालित होटल व काम्प्लेक्स के कार्यालय को सील कर दिया। वहीं, मॉडल टाउन में 500 गज में निर्मित एक इमारत पूरी तरह से सील कर दी। संबंधित इमारत स्वामी पर करीब 28 लाख रुपये प्रॉपर्टी टैक्स बकाया होने का दावा किया है। इसलिए सीलिग की कार्रवाई की है। आईक्यू अस्पताल प्रबंधन ने दिया सोमवार को टैक्स जमा कराने का आश्वासन
क्षेत्रीय कराधान अधिकारी ने बताया कि आईक्यू अस्पताल में हमारी टीम सीलिग की कार्रवाई करने पहुंची तो अंदर मरीज थे। संबंधित आंखों के अस्पताल पर एक लाख रुपये का टैक्स बकाया था। बाद में अस्पताल प्रबंधन ने सोमवार को टैक्स जमा कराने की बात कही। इसलिए निगम की टीम वापस लौट आई। दूसरी ओर, मॉडल टाउन में वेस्टर्न होटल पर 1.08 लाख रुपये बकाया टैक्स था। हालांकि निगम मालिकाना हक को लेकर आपत्ति सामने आई। इसी तरह संबंधित इमारत का निर्माण अधिक जमीन पर पाया गया, इसलिए टैक्स भी एक लाख से अधिक होने के आसार हैं। अब सोमवार को होटल प्रबंधन को दस्तावेजों के साथ बुलाया गया है। 70 इमारतें रडार पर, सोमवार को फिर से होगी बड़ी कार्रवाई
नगर निगम के क्षेत्रीय कराधान अधिकारी जगदीश चंद्र ने बताया कि शुक्रवार को रडार पर 70 इमारतें थीं। इन सभी बकाएदार इमारत स्वामियों को पहले ही नोटिस दिए जा चुके हैं। बकाया प्रॉपर्टी टैक्स व विकास शुल्क जमा न कराने पर इन्हें बार-बार हिदायतें दी गईं। इसलिए इन सभी इमारतों को सील करने की योजना थी। हालांकि निगम के अधिकारियों की व्यस्तताओं के चलते दोपहर करीब दो बजे के बाद गोपनीय तरीके से टीमें कार्रवाई करने पहुंची। इसलिए पांच स्थानों पर ही टीम पहुंची।