आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स सहित अनेक संगठनों ने भी दी सामूहिक गिरफ्तारियां, पुलिस के वाहन पड़े कम
आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स के समर्थन में बुधवार को अनेक कर्मचारी संगठनों के सदस्यों ने सामूहिक गिरफ्तारियां देकर रोष प्रकट किया। हालांकि प्रदर्शनकारियों के मुताबिक सामूहिक गिरफ्तारियों के लिए पुलिस प्रशासन के पास पर्याप्त वाहनों का अभाव देखा गया और गिरफ्तार के इंतजार में अनेक आंगनबाड़ी वर्कर्स सुभाष चौक के निकट सड़क पर ही बैठी रही। लेकिन करीब दो घंटे बाद भी सभी की गिरफ्तारी नहीं की गई तो उनमें रोष बढ़ गया और वहां से प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय के बाहर जाकर धरना दे दिया।
जागरण संवाददाता, रोहतक : आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स के समर्थन में बुधवार को अनेक कर्मचारी संगठनों के सदस्यों ने सामूहिक गिरफ्तारियां देकर रोष प्रकट किया। हालांकि प्रदर्शनकारियों के मुताबिक सामूहिक गिरफ्तारियों के लिए पुलिस प्रशासन के पास पर्याप्त वाहनों का अभाव देखा गया और गिरफ्तार के इंतजार में अनेक आंगनबाड़ी वर्कर्स सुभाष चौक के निकट सड़क पर ही बैठी रही। लेकिन करीब दो घंटे बाद भी सभी की गिरफ्तारी नहीं की गई तो उनमें रोष बढ़ गया और वहां से प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय के बाहर जाकर धरना दे दिया। जिसके बाद खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल मौके पर आए और उनको संबोधित करते हुए उनकी गिरफ्तारी मान ली। जिसके बाद आंगनबाड़ी वर्कर्स व कर्मचारी नेता अपने अपने घरों को लौट गए। लेकिन आंगनबाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स यूनियन की नेता पुष्पा दलाल ने कहा कि उनका आंदोलन 15 जनवरी तक चलेगा और वीरवार को भी मानसरोवर पार्क में धरना जारी रहेगा। आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स यूनियन द्वारा अपनी मांगों को लेकर बुधवार को मानसरोवर पार्क में धरना दिया गया। जहां पर सर्व कर्मचारी संघ, भारतीय किसान सभा एआइडीएसओ, जनवादी महिला समिति व कर्मचारी महासंघ सहित अनेक संगठनों ने उनके आंदोलन का समर्थन किया। यहां पर अनेक कर्मचारी नेताओं ने धरने का संबोधित किया और सरकार से आंगनबाड़ी वर्कर्स की मांगें मान लेने की मांग की। इसके बाद करीब एक बजे सभी वर्कर्स व कर्मचारी संगठनों के सदस्य नारेबाजी करते हुए मानसरोवर पार्क से निकले और प्रदर्शन करते हुए नेताजी सुभाष चौक, कोर्ट चौक व सोनीपत स्टैंड चौक से होते हुए वापस नेताजी चौक के निकट पहुंच गए। जहां पर उन्होंने सामूहिक गिरफ्तारियां देनी शुरू कर दी। हालांकि प्रशासन के पास सीमित संख्या में ही वाहन थे जबकि आंगनबाड़ी वर्कर्स बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां देनी पहुंची थी। उनके साथ कर्मचारी संगठनों के सदस्य भी काफी संख्या में मौजूद रहे। पुलिस प्रशासन की ओर से उनकी गिरफ्तारी को लेकर पहले से ही बसें खड़ी की गई थी। जिनमें उन्होंने सामूहिक गिरफ्तारियां दी और सरकार विरोधी नारेबाजी भी की। पुलिस की ओर से दस वाहनों पर प्रदर्शनकारियों को सामूहिक रूप से गिरफ्तार किया गया। जबकि अनेक आंगनबाड़ी वर्कर्स वहीं बैठी रही और पुलिस की ओर से कोई वाहन नहीं पहुंचा। काफी समय बाद भी गिरफ्तारी न करने से उनमें रोष बढ़ गया और वे प्रदर्शन करते हुए कोर्ट चौक से होते हुए लघु सचिवालय गेट के सामने पहुंची और वहीं धरना दे दिया। प्रदर्शनकारियों में आंगनबाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स यूनियन की नेता पुष्पा दलाल, किसान सभा के जिला प्रधान प्रीत सिंह, सर्व कर्मचारी संघ के नेता जोगेंद्र करौंथा, प्रेम घिलौड़िया सहित अनेक कर्मचारी व आंगनबाड़ी वर्कर्स व कार्यकर्ता भी शामिल रही।
--
इन संगठनों के सदस्य भी हुए शामिल :
- सर्व कर्मचारी संघ
- भारतीय किसान सभा
- एआइडीएसओ
- जनवादी महिला समिति
- कर्मचारी महासंघ
--
आंगनबाड़ी वर्कर्स 36 दिन से हैं संघर्षरत :
पुष्पा दलाल ने बताया कि आंगनबाड़ी वर्कर अपनी मांगों को लेकर 36 दिन से संघर्षरत है लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है उन्होंने कहा कि आज प्रदेश भर में आंगनबाड़ी वर्कर्स ने जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया था, उसी के तहत गिरफ्तारियां दी गई है। उनकी मांग है कि प्रधानमंत्री द्वारा उनके मानदेय में सितंबर 2018 में 1500 रुपये और हेल्पर के मानदेय में 750 रुपये की बढ़ौतरी की घोषणा को तीन साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी लागू नहीं किया गया है, जिससे कर्मचारियों में सरकार के प्रति भारी रोष है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मांगों को बातचीत के माध्यम से लागू करने की बजाय आंदोलनरत कर्मचारियों को डराने धमकाने में लगी हुई है, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।