किसान एक्सप्रेस ट्रेन रोहतक में रोकी, दिल्ली नहीं भेजी गई पंजाब मेल
पंजाब से आने वाली ट्रेनों में बड़ी संख्या में किसानों के जत्थों की सूचना ने पुलिस-प्रशासन के पसीने छुड़ा दिए।
जागरण संवाददाता, रोहतक : पंजाब से आने वाली ट्रेनों में बड़ी संख्या में किसानों के जत्थों की सूचना ने पुलिस-प्रशासन के पसीने छुड़ा दिए। आनन-फानन में रेलवे स्टेशन पर फोर्स तैनात कर दी गई। भटिडा से आने वाली किसान एक्सप्रेस को रोहतक रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया, जिसमें से करीब 150 किसानों को उतारकर ऑटो या अन्य वाहनों से भेजा गया। पंजाब मेल को दिल्ली जाने की बजाय दूसरे रूट से निकाला गया। श्री गंगानगर-हरिद्वार-भटिडा एक्सप्रेस को भी काफी देर तक रेलवे स्टेशन पर ही रोककर रखा गया। हालांकि इस ट्रेन में किसानों की संख्या काफी अधिक थी, जिस कारण पुलिस फोर्स ने भी उन्हें नीचे उतारना ठीक नहीं समझा और ट्रेन को आगे रवाना कर दिया गया।
दरअसल, पुलिस-प्रशासन को सूचना मिली थी कि भटिडा की तरफ से आने वाली किसान एक्सप्रेस ट्रेन में काफी संख्या में पंजाब से किसान आ रहे हैं, जो दिल्ली जाएंगे। इस पर पुलिस में हड़कंप मच गया। डीएसपी हेडक्वार्टर गोरखपाल खुद फोर्स के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। जीआरपी और आरपीएफ भी अलर्ट हो गई। ट्रेन के रेलवे स्टेशन पर आते ही उसे यहीं पर रोक दिया गया। ट्रेन से उतरे करीब 150 किसानों को ऑटो में बैठाकर भेज दिया गया। बाकी यात्रियों को भी दूसरी ट्रेनों में बैठाकर रवाना किया गया। थोड़ी देर बाद पंजाब मेल आई, जो पंजाब के फिरोजपुर से दिल्ली होते हुए मुंबई जाती है। इस ट्रेन को दिल्ली की तरफ से भेजने के बजाय रेवाड़ी-अलवर की तरफ से मुंबई भेजा गया। इसके बाद श्री गंगानगर-हरिद्वार-भटिडा एक्सप्रेस ट्रेन आई। इस ट्रेन को रोहतक रेलवे स्टेशन पर ही रोका जाना था, जिसमें करीब एक हजार से अधिक किसानों के होने की सूचना थी। पौने 12 बजे ट्रेन जैसे ही रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो फोर्स अलर्ट हो गई।
उच्च अधिकारियों को दी जानकारी, तब बदला गया फैसला
श्री गंगानगर-हरिद्वार-भटिडा एक्सप्रेस ट्रेन खचाखच भरी हुई थी। कोरोना संक्रमण नियमों का भी कोई पालन नहीं किया गया था। बड़ी संख्या में पंजाब के किसान सवार थे, जो अलग-अलग संगठनों के झंडे भी लिए हुए थे। रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का स्टाप करीब दो मिनट का था, लेकिन वह 15 मिनट से भी अधिक देर तक रोकी गई। पुलिस अधिकारियों ने ट्रेन में किसानों की संख्या अधिक होने की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। इसके तुरंत बाद ट्रेन को रोहतक रेलवे स्टेशन पर रोके जाने का फैसला बदल दिया गया और उसे बहादुरगढ़ की तरफ रवाना कर दिया गया। पुलिस बल ने किसी भी किसान को कुछ नहीं कहा और ना ही ट्रेन से नीचे उतारा। ट्रेन रवाना होने के बाद ही पुलिस ने राहत की सांस ली।
पंजाब से आने वाली ट्रेनों में बड़ी संख्या में किसानों के आने की सूचना थी। सुरक्षा के मद्देनजर फोर्स को तैनात किया गया था। किसान एक्सप्रेस ट्रेन में आए करीब 150 किसानों को ऑटो के माध्यम से उनके गंतव्य तक भेजा गया।
- गोरखपाल राणा, डीएसपी हेडक्वार्टर