फर्जी आरसी मामले में नगालैंड का केतु गिरफ्तार, खुल सकते हैं बड़े राज
चोरी की लग्जरी गाड़ियों की फर्जी तरीके से आरसी के मामले में एसटीएफ (स्पेशल टॉस्क फोर्स) की टीम ने नगालैंड के आरोपित केतु को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
चोरी की लग्जरी गाड़ियों की फर्जी तरीके से आरसी के मामले में एसटीएफ (स्पेशल टॉस्क फोर्स) की टीम ने नगालैंड के आरोपित केतु को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया है। जिसे महम कोर्ट में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। आरोपित केतु नगालैंड में इन गाड़ियों की खरीद-फरोख्त कराने में अहम भूमिका निभाता था। जिससे पूछताछ के बाद गिरोह से जुड़े और भी काफी लोगों के नाम खुल सकते हैं।
एसटीएफ की टीम ने जून माह में चरखी दादरी के रहने वाले प्रवीण को चोरी की गाड़ी के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ और एसटीएफ ने सरगना महम निवासी अमित, सीसरखास गांव निवासी रमेश, महम एसडीएम कार्यालय के क्लर्क अनिल, कंप्यूटर ऑपरेटर सोमबीर, टाइपिस्ट रमेश बामल और धर्मवीर समेत कई अन्य को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद मेरठ के रहने वाले शारीक, हाफीज, नफीज और नगालैंड के दीमापुर निवासी केतु का नाम भी सामने आया था। जो तभी से फरार चल रहे हैं। कुछ दिन पहले गुरुग्राम की सीआइए ने आरोपित केतु को गिरफ्तार कर लिया था। एसटीएफ ने सोमवार को आरोपित केतु को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर महम कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद आरोपित को पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। जांच में सामने आया था कि आरोपित केतु ही नगालैंड में चोरी की गाड़ियों की खरीद-फरोख्त कराता था। जो वहां से चोरी गाड़ियों को यूपी, दिल्ली और हरियाणा में भिजवाता था, जबकि यहां की गाड़ियों को वहां पर बिकवाता था। आरोपित से पूछताछ की जा रही है।