घरों में मनाई जाएगी जन्माष्टमी, मंदिरों में नहीं सजेंगी जाएगी झांकियां
रोहतक में 12 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। मंदिरों में झाकियां नहीं सजेंगी। प्रसाद और जल चढ़ाने की अनुमति भी नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, रोहतक : जिले में 12 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। मंदिरों में झाकियां नहीं सजेंगी। प्रसाद और जल चढ़ाने की अनुमति भी नहीं होगी। प्रशासन ने कोविड-19 के मद्देनजर गाइडलाइन जारी की है। कोरोना वायरस के सामुदायिक संक्रमण से बचाव के लिए धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के प्रवेश व पूजा करने की अनुमति को लेकर आदेश जारी किए हैं। उपायुक्त आरएस वर्मा ने बताया कि मंदिरों व अन्य धार्मिक स्थलों पर एक समय में पांच ही व्यक्तियों के प्रवेश की अनुमति रहेगी। सामाजिक दूरी व अन्य हिदायतों का पालन भी जरूरी है। मूर्ति व पवित्र पुस्तकों को छूने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। आरती का आयोजन भी नहीं किया जाएगा। मास्क और फेस कवर पहनने वाले व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति रहेगी। मंदिरों में प्रवेश से पहले साबुन से हाथ धोने या सैनिटाइज करना जरूरी है। दैनिक जागरण करागए कृष्ण जन्मोत्सव के घर बैठे दर्शन
कोविड-19 के चलते मंदिरों में इस बार दर्शन के लिए भक्तों की संख्या तय की है। मंदिर प्रबंधन भी घर पर ही जन्माष्टमी मनाने का आह्वान कर रहे हैं। ऐसे में दैनिक जागरण घर बैठे आपको बाल गोपाल के दर्शन कराएगा। दैनिक जागरण के फेसबुक पेज के माध्यम से आप जिले के प्रसिद्ध मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम के लाइव दर्शन कर पाएंगे। मंदिर प्रबंधन ने किया घर पर ही जन्मोत्सव मनाने का आह्वान
शहर के गोकर्ण डेरे में हुई धर्म संसद में विभिन्न मंदिरों के धर्माचार्य और पुजारियों ने कृष्ण भक्तों को घर पर ही जन्मोत्सव मनाने का आह्वान किया। तय किया गया कि किसी प्रकार की झांकी नहीं सजाई जाएगी। मंदिरों में दर्शन के लिए कपाट जरूर खुलेंगे, लेकिन, मास्क व शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना जरूरी किया गया है। धार्मिक स्थलों पर ऑडियो और वीडियो संदेश चलाए जाएंगे
जिला उपायुक्त के आदेशानुसार धार्मिक स्थलों पर कोविड-19 से बचाव को प्रदर्शित करते पोस्टर व स्टेंडी रखवानी होगी। ऑडियो और वीडियो संदेश के जरिए भी महामारी के प्रति जागरुक करना जरूरी किया गया है। श्रद्धालुओं को अपने जूते-चप्पल प्रवेश से पहले वाहनों में रखने होंगे। मंदिर प्रबंधन को भी जूते-चप्पल रखने की व्यवस्था अलग से करनी होगी। पार्किग के प्रबंधन के लिए भी निर्देश जारी किए हैं। प्रवेश व निकास के लिए अलग-अलग व्यवस्था भी करनी अनिवार्य की गई है। आसपास की दुकानों, स्टाल और कैंटीन पर भी भीड़ एकत्र नहीं कर सकेंगे।
बाजारों में जन्माष्टमी की खरीदारी को पहुंच रहे लोग
जिले में 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। लोग कृष्ण जन्मोत्सव के लिए बाजारों में खरीदारी को पहुंच रहे हैं। हालांकि, पिछले वर्षों की अपेक्षा भीड़ इस बार कम है। चमेली मार्केट में फैंसी ड्रेस किराए पर देने वाले दुकानदार अनिल मेहता ने बताया कि कोविड-19 की वजह से इस बार बेहद कम काम है। स्कूल व कालेज बंद होने से किराए पर ड्रेस लेने के लिए ग्राहक नहीं पहुंच रहे। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार सिर्फ पांच से छह फीसद तक ग्राहक की जन्माष्टमी की खरीदारी के लिए आ रहे हैं। रेलवे रोड की निवासी ऋचा व श्रुति ने बताया कि वह घर पर ही जन्माष्टमी उत्सव मनाएंगे। इंद्रा कालोनी की प्रिया अपनी सांस के साथ राजरानी के साथ खरीदारी को पहुंची। उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थलों के बजाय घर पर ही पर्व मनाने के लिए तैयारियां कर रहे हैं।
वर्जन :::
कोविड-19 के चलते तय किया गया है कि मंदिरों में कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे। भक्तों से भी अनुरोध है कि ज्यादा से ज्यादा घर पर ही श्रीकृष्ण जन्मोत्सव परिवार के साथ मनाएं। सभी मंदिर संचालकों ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है ताकि, मंदिर में कम से कम
- महामंडलेश्वर स्वामी कपिलपुरी, गोकर्ण डेरा, रोहतक। मंदिर में इस बार झांकियां नहीं सजाई जाएंगी। कोविड-19 के बचाव के लिए प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन की पालना की जाएगी। रात नौ बजे के बाद दर्शन नहीं कराए जाएंगे।
- पंडित मनोज मिश्र, पुजारी, दुर्गा भवन मंदिर। जन्माष्टमी के दिन शारीरिक दूरी और मास्क के नियम के तहत लोगों को दर्शन कराए जाएंगे। एक साथ तीन से चार लोगों को ही जाने की अनुमति दी जाएगी। हम किसी प्रकार का कार्यक्रम इस बार आयोजित नहीं कर रहे हैं।
- रामनाथ बजाज, प्रबंधक, नंद मंदिर।