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अब अपने घरों में मनेगी दीपावली, दो साल बाद मिलेंगे 576 आशियाने

अरुण शर्मा, रोहतक रोहतक जिले के गरीबों के लिए यह दीपावली खुशियों की सौगात लेकर आएग

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 07:00 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 07:00 PM (IST)
अब अपने घरों में मनेगी दीपावली, दो साल बाद मिलेंगे 576 आशियाने
अब अपने घरों में मनेगी दीपावली, दो साल बाद मिलेंगे 576 आशियाने

अरुण शर्मा, रोहतक

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रोहतक जिले के गरीबों के लिए यह दीपावली खुशियों की सौगात लेकर आएगी। सब कुछ ठीक रहा तो इस दफा दीपावली खुद के आशियानों में मनेगी। मेंटीनेंस के कार्य अधूरे होने के कारण 576 गरीबों को उनके फ्लैट नहीं मिल सके थे। दिल्ली की एक एजेंसी काम छोड़कर बीच में ही भाग खड़ी हुई थी। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) ने करीब 1.75 करोड़ रुपये की लागत से मेंटीनेंस के कार्य शुरू करा दिए हैं। कुल 24 में से 11 ब्लॉक पूरी तरह से रहने लायक तैयार हो चुके हैं। शेष ब्लॉक अगले दो माह के अंदर तैयार हो जाएंगे।

फ्लैट पर कब्जा देने के लिए संपदा कार्यालय को लिखा पत्र

पानी की टंकियां टूटी पड़ी थीं। फ्लैट के अंदर पेयजल आपूर्ति के इंतजाम नहीं थे। बिजली के खंबे थे, लेकिन कनेक्शन और मीटर लगना शेष थे। शौचालय, रसोई, कमरों में भी बिजली की फि¨टग व दूसरे काम अधूरे पड़े थे। खिड़कियों के शीशे टूटे पड़े थे। अब यह सभी मेंटीनेंस के कार्य शुरू करा दिए गए हैं। सीवरेज के कनेक्शन भी करा दिए हैं। पूरी तरह से तैयार हो चुके फ्लैट में कब्जे देने के लिए संपदा कार्यालय को पत्र लिखा गया है। एक ब्लॉक में 24 फ्लैट निर्मित हैं।

चार साल बाद अपने घर का सपना होगा पूरा

सेक्टर-4 एक्सटेंशन के निकट तैयार हुए फ्लैट में मेंटीनेंस के कार्य अधूरे थे। करीब सवा करोड़ रुपये से मेंटीनेंस के कार्य पूरे कराने के लिए दिल्ली की एक एजेंसी को कार्य सौंपा गया था। लेकिन एजेंसी निर्धारित समय में काम पूरा नहीं करा सकी। बाद में वह एजेंसी भाग खड़ी हुई। इसी साल की शुरूआत में संबंधित एजेंसी को ब्लैक लिस्ट किया गया था। निर्माण कार्यों से जुड़े प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि ए से लेकर जे ब्लॉक में मेंटीनेंस के कार्य पूरे करा दिए गए हैं।

यह थी योजना : हुड्डा सरकार में लांच हुई थी आशियाना योजना

आशियाना योजना साल 2014 में लांच हुई थी। जमीन से लेकर योजना पर अमल में देरी हुई। यही कारण था कि सेक्टर-4 एक्सटेंशन के निकट जमीन मिलने पर फ्लैट का निर्माण कार्य शुरू हो सका। योजना का मकसद था कि आर्थिक रूप से कमजोर और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को सस्ती दरों पर फ्लैट मुहैया कराने थे। 50 गज जमीन में दो कमरे हैं। 20 साल तक प्रति माह 2885 रुपये की किश्तों पर यह फ्लैट मिले थे। किसी को मासिक किश्तें ज्यादा लगती हों तो उनके लिए 500 रुपये प्रति माह के किराए पर रह सकते हैं। लेकिन फ्लैट पर कब्जा नहीं मिलेगा। दिसंबर 2016 में ड्रॉ से 576 लोगों को फ्लैट मिले थे।

22 करोड़ में तैयार हुए थे फ्लैट

शहरी विकास प्राधिकरण के सूत्रों का कहना है कि करीब चार साल पहले सेक्टर-4 एक्सटेंशन के निकट फ्लैट का निर्माण हुआ था। तिमंजिला फ्लैट के निर्माण में करीब 22 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। चार-पांच एकड़ में तैयार हुए फ्लैट के ड्रॉ करीब एक-डेढ़ साल बाद हुए थे। फ्लैट निर्माण के बाद मेंटीनेंस के कार्य रह गए थे।

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मेंटीनेंस के अधूरे कार्य होने के कारण फ्लैट पर कब्जे देने में अड़चन थी। हमने 24 में से 11 ब्लॉक पूरी तरह से तैयार करा दिए हैं। एक ब्लॉक में कुल 24 फ्लैट हैं। इसलिए संपदा कार्यालय को हमने कब्जे देने के लिए पत्र लिखा है। शेष ब्लॉक में दो माह के अंदर सभी कार्य पूरे करा दिए जाएंगे। जिससे फ्लैट में लोग रह सकें।

राज ¨सह, एसडीओ, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण।


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