इंटरनेट सेवाएं हैं बंद, स्कूलों में कैसे लगेंगी ऑनलाइन क्लास
एक तरह जहां इंटरनेट सेवाएं बंद हैं तो वहीं दूसरी ओर निजी स्कूलों की ओर से आनलाइन क्लास लगाए जाने का फरमान सुनाया गया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
एक तरह जहां इंटरनेट सेवाएं बंद हैं तो वहीं दूसरी ओर निजी स्कूलों की ओर से आनलाइन क्लास लगाए जाने का फरमान सुनाया गया है। हालांकि छठी से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले गए हैं लेकिन पांचवीं तक के विद्यार्थियों के लिए आनलाइन कक्षाएं लगाने का फरमान सुनाया गया है। कुछ निजी स्कूलों की ओर से सुनाए गए इस फरमान से अभिभावकों में रोष हो चला है। अभिभावकों का कहना है कि सरकार की ओर से पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है। ऐसे में निजी स्कूलों की ओर से पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों की पढ़ाई आनलाइन कराने पर जोर दिया जा रहा है। जो गलत है। इतना ही नहीं अभिभावक जब इंटरनेट सेवाएं न चलने की बात कहते हैं तो स्कूलों की ओर से ब्राडबैंड कनेक्शन लगवाने की सलाह दी जा रही है। अभिभावकों का कहना है निजी स्कूलों की ओर से बच्चों की आनलाइन क्लास के लिए ब्राडबैंड कनेक्शन लेने का दबाव बनाया जा रहा है। कुछ निजी स्कूल इस प्रकार के अतिरिक्त खर्चे अभिभावकों पर डाल रहे हैं। महंगाई के इस दौर में अभिभावक की ओर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। सरकार ने जब आगामी आदेशों तक इंटरनेट बंद किया है तो निजी स्कूलों को भी सहयोग करना चाहिए। कुछ निजी स्कूल अभिभावकों से फीस वसूलने के लिए अब ब्राडबैंड कनेक्शन लेने का दबाव बना रहे हैं। जिसकी शिकायत अधिकारियों से करेंगे। निजी स्कूलों की ओर से अभिभावकों पर इस तरह के अतिरिक्त खर्चे न डाले जाएं।
- यशवंत सिंह, प्रधान, अभिभावक संघ, रोहतक ।