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भाजपा से बगावत कर महम से निर्दलीय चुनाव लड़े थे कुंडू

बलराज कुंडू भाजपा में ही थे। महम विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय लड़े थे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 05:55 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 05:55 AM (IST)
भाजपा से बगावत कर महम से निर्दलीय चुनाव लड़े थे कुंडू
भाजपा से बगावत कर महम से निर्दलीय चुनाव लड़े थे कुंडू

जागरण संवाददाता, रोहतक : बलराज कुंडू भाजपा में ही थे। महम विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पार्टी छोड़ कर निर्दलीय चुनाव में उतरे। महम से निर्दलीय विधायक निर्वाचित हुए। भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को बिना शर्त के समर्थन दिया। लेकिन बाद में पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर के साथ छत्तीस का आंकड़ा हो गया। पूर्व मंत्री पर उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। विधानसभा में भी इसका मुद्दा उठाया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से लेकर गृहमंत्री अनिल विज तक शिकायत की। कृषि कानूनों के विरोध में बलराज कुंडू ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद वे लगातार किसान आंदोलन में सक्रियता दिखा रहे हैं। वीरवार को उनके ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी को उनके समर्थक सरकार पर राजनीतिक द्वेष-भावना का आरोप लगा रहे है। बता दें कि बलराज कुंडू केसीसी बिल्डकोन कंपनी के संचालक भी हैं, जो निर्माण कार्य करवाती है।

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बलराज कुंडू भाजपा पार्टी में शामिल होकर राजनीति की शुरुआत की थी। इसके बाद जिला पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद जिला परिषद के चेयरमैन बनें। भाजपा ने पंचायत प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी भी उनको दी। महम से विधानसभा की टिकट मांग रहे थे, लेकिन बात नहीं बनी। भाजपा की टिकट पाने के लिए चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया। जब टिकट नहीं मिली तो निर्दलीय मैदान में उतरें और विधायक निवार्चित हो गए। इसके बाद सरकार को समर्थन दिया। बताया जाता है कि वो सरकार में कोई बड़ा पद चाहते थे, लेकिन यहां उनकी इच्छा पूरी नहीं हुई। विधायक बलराज कुंडू के भ्रष्टाचार के आरोपों को देखते हुए पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर ने अदालत में मानहानि का केस दर्ज कराया था। अदालत में काफी समय तक यह मामला चलता रहा। विधायक कुंडू ने केस दर्ज होने पर शहर में समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन भी किए। पीजीआइ में भी लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप

विधायक बलराज कुंडू ने पीजीआइएमएस में भी जन औषधी केंद्र में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। पीजीआइ के अंदर प्रशासन द्वारा खोले गए औषधी केंद्र में जाकर हंगामा भी किया था। बाद में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस मामले में जांच के आदेश दिए। स्वास्थ्य विभाग के एसीएस ने इस पूरे प्रकरण की जांच की थी। समर्थक बोले- भेदभावपूर्ण की गई कार्रवाई

विधायक बलराज कुंडू के समर्थक रोहतक स्थित आवास पर पहुंचे और आयकर विभाग द्वारा की गई कार्रवाई को भेदभावपूर्ण बताया। उनका कहना था कि विधायक पर कार्रवाई किसान आंदोलन के दौरान किसानों की आवाज को उठाना है। लेकिन किसानों की आवाज लगातार उठाते रहेंगे। यह सब सरकार के इशारे पर किया गया है।


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