फर्जी तरीके से आरसी बनाकर जुटाई संपत्ति की आयकर विभाग करेगा जांच
चोरी की लग्जरी गाड़ियों में फर्जीवाड़े कर करोड़ों की संपत्ति जुटाने वाले गिरोह के सरगना और अन्य आरोपितों की जांच आयकर विभाग करेगा।
जागरण संवाददाता, रोहतक : चोरी की लग्जरी गाड़ियों में फर्जीवाड़े कर करोड़ों की संपत्ति जुटाने वाले गिरोह के सरगना और अन्य आरोपितों की जांच आयकर विभाग करेगा। गिरोह में कितने सदस्य हैं, उनके नाम कितनी संपत्ति है और परिवार के किस-किस सदस्य के नाम पर संपत्ति है आदि की पूरी जानकारी एसटीएफ की टीम जुटा रही है। जिसके बाद आयकर विभाग को यह लिस्ट सौंपकर संपत्ति की जांच कराई जाएगी।
एसटीएफ की टीम ने चोरी की लग्जरी गाड़ियों की फर्जी तरीके से आरसी बनवाने के मामले में चरखी दादरी निवासी प्रवीण, महम एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी अनिल कुमार, कृष्ण कुमार, सोमबीर, टाइपिस्ट रमेश बामल और धर्मबीर को गिरफ्तार किया था। जबकि गिरोह के मुख्य सरगना महम निवासी अमित और दूसरे सरगना रमेश ने 17 गाड़ियों के साथ चंडीगढ़ में जाकर सरेंडर कर दिया था। अभी तक एसटीएफ भी इन 17 गाड़ियों के अलावा 30 अन्य लग्जरी गाड़ियां भी बरामद कर चुकी हैं। अभी और भी गाड़ियां बरामद होने की उम्मीद है। यह गिरोह हरियाणा के अलावा दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई प्रदेशों में फैला हुआ है। अब सभी आरोपितों की संपत्ति की जांच भी शुरू कर दी गई है। एसटीएफ का मानना है कि फर्जीवाड़े के इस खेल से आरोपितों ने काफी संपत्ति बनाई है। किसी ने गाड़ी खरीदी है तो किसी ने मकान का निर्माण कराया है। अब इसकी जांच आयकर विभाग से कराई जाएगी।
वर्जन
गिरोह के सभी सदस्यों की संपत्ति का ब्योरा जुटाया जा रहा है। इसकी पूरी सूची तैयार कर आयकर विभाग को भेजी जाएगी। जिससे यह पता चल सकेगा कि कितनी अवैध संपत्ति है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- इंस्पेक्टर सतीश देशवाल, एसटीएफ