मनरेगा में काम नहीं मिलने से सैकड़ों मजदूरों के सामने आई भूखा मरने की नौबत
हड़ताल की तैयारियों में चल रहे अभियान के दौरान मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू जिला उपप्रधान रामभगत एवं कोषाध्यक्ष सत्यनारायण ने कहा कि मनरेगा मजदूर परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, महम : हड़ताल की तैयारियों में चल रहे अभियान के दौरान मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू जिला उपप्रधान रामभगत एवं कोषाध्यक्ष सत्यनारायण ने कहा कि महम के अनेक गांव में मनरेगा के तहत रोजगार मांगने वाले इच्छुक लोगों को ना तो जॉब कार्ड मिल रहे हैं ना ही उन्हें काम उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में हजारों हजार दिहाड़ीदार मजदूर जो अलग-अलग काम करते थे । लॉकडाउन की वजह से अपना रोजगार खो चुके हैं और उन्हें मनरेगा के तहत काम न देकर मजदूरों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार एक ओर तो आत्मनिर्भर होने का नारा दे रही है वही रोजगार खो चुके मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाने की वजह गुलामी की ओर धकेल रही है। उन्होंने कहा कि भयंकर बेरोजगारी को दूर करने के लिए सरकार कोई गंभीर कदम नहीं उठा रही है बल्कि सरकारी विभागों की नौकरियों में भर्ती पर रोक है। दौरान सुभाष,बिजेंदर, सतपाल,रविद्र, महेंद्र समेत कई नेताओं ने अपने विचार रखें।
निर्माण मजदूर देशव्यापी हड़ताल में लेंगे हिस्सा
जागरण संवाददाता, रोहतक : निर्माण मजदूर 26 नवंबर को होने वाली देशव्यापी हड़ताल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। हड़ताल की तैयारियों को लेकर सोमवार को भवन निर्माण कामगार यूनियन शहर कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक यूनियन प्रधान संजीव सिंह की अध्यक्षता में हुई।
सीटू राज्य अध्यक्ष सुरेखा और जिला सह सचिव कामरेड विनोद ने कहा कि कोरोना संकट मजदूरों पर भारी आफत के रूप में आया है। संगठित-असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे करीब दस करोड़ मजदूरों का रोजगार छिन गया और दो करोड़ से ज्यादा लोगों को फैक्ट्री बंदी के चलते पलायन का दर्दनाक दंश झेलना पड़ा।
हड़ताल को सफल बनाने के लिए शहर के सभी लेबर चैक और कॉलोनियों में नुक्कड़ सभाएं तेज कर दी गई है और आगामी 26 नवंबर को शहर के मजदूर- मिस्त्री काम छोड़कर हड़ताल में जोरदार हिस्सेदारी करेंगे। इस अवसर पर रमेश, रामसेवक, श्यामलाल, धर्मदास, प्रेम, दिनेश,महेश, पंकज, रंजीत, बंतालाल, जोगेंद्र, बिरजू और टिकू प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।