14 साल तक कलानौर में ही बदलते रहे घर, राजस्थान पुलिस छानती रही पुराने पते
लूट के मामले में वांछित चल रहे 25-25 हजार के दो इनामी बदमाशों को काबू किया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : लूट के मामले में वांछित चल रहे 25-25 हजार के दो इनामी बदमाशों को राजस्थान पुलिस पिछले 14 साल से तलाशती रही, लेकिन हैरानी की बात यह है कि 14 साल तक दोनों आरोपित कलानौर कस्बे में ही अपने मकान बदलते रहे। जैसे ही पुलिस को पुराने मकान का पता चलता तो वह नया मकान बदल लेते थे और पुलिस पुराने पते पर दबिश देती रहती थी। अब दोनों आरोपित गुरुग्राम एसटीएफ के हत्थे चढ़े हैं।
कलानौर कस्बे का रहने वाले शमशेर और सोनू पर राजस्थान के अलवर सदर थाने और रामगढ़ थाने में लूट और अवैध हथियार के मामले दर्ज हैं। जो पिछले 14 साल से फरार चल रहे थे। जिन पर राजस्थान पुलिस की तरफ से 25-25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। राजस्थान पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए तभी से प्रयास कर रही थी, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ सके थे। शुक्रवार को एसटीएफ गुरुग्राम के एएसआइ तेजबीर सिंह, एएसआइ जोगिद्र सिंह और हेड कांस्टेबल गोरखा मलिक की टीम ने दोनों आरोपितों को उनके घर कलानौर से ही दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने जो बताया कि उसे सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। पुलिस ने उनसे पूछा कि 14 साल तक कहां-कहां जाकर छिपे थे। इस पर आरोपितों ने बताया कि वह तभी से कलानौर में ही रह रहे थे। इस अवधि के दौरान उन्होंने कई मकान जरूर बदले हैं। जैसे ही राजस्थान पुलिस को उनके पुराने पते पर पहुंचते थी तो वह कस्बे में ही दूसरी जगह अन्य मकान बदल लेते थे। अब दोनों आरोपितों को अलवर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पिछले सप्ताह हुई थी कई प्रदेशों के पुलिस अधिकारियों की बैठक
इस तरह के बदमाशों को लेकर पिछले सप्ताह एसटीएफ के अधिकारियों के साथ राजस्थान, दिल्ली और यूपी के पुलिस अधिकारियों ने बैठक की थी। इसमें सभी प्रदेशों ने अपने-अपने यहां पर मोस्ट वांटेड बदमाशों की लिस्ट एक-दूसरे से शेयर की थी। जिसमें निर्णय लिया गया था कि एक प्रदेश में अपराध करने के बाद अपराधी दूसरे प्रदेश में जाकर छिप जाता है। ऐसे बदमाशों को पकड़ने के लिए सभी प्रदेशों की पुलिस मिलकर काम करेगी।