पीजीआइएमएस की तीन साइट पर 21 फीसद हेल्थ वर्कर्स ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, नहीं आए साइड इफेक्ट
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू हुई। पीजीआइएमएस के सुश्रुत ऑडिटोरियम में तीन सेशन साइट पर 63 फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स को कोरोना की डोज दी गई।
जागरण संवाददाता, रोहतक:
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू हुई। पीजीआइएमएस के सुश्रुत ऑडिटोरियम में तीन सेशन साइट पर 63 फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स को कोरोना की डोज दी गई। जिले में पांच सेशन साइट पर सुबह नौ से शाम चार बजे तक वैक्सीनेशन प्रक्रिया चली। 472 हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जानी थी, हालांकि करीब 25 फीसद ही लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जा सकी। पीजीआइएमएस में 300 चिकित्सक व हेल्थ वर्कर्स में से महज 21 फीसद ने ही कोरोना वैक्सीन लगवाई। सिविल अस्पताल में 100 लाभार्थियों में से 41 और गोकर्ण प्राइमरी हेल्थ सेंटर (पीएचसी) पर 72 में से 17 लाभार्थी वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे।
पांच साइट पर कुल 122 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई गई। किसी को भी साइड इफेक्ट नहीं आए। हेल्थ विवि के कुलपति डा. ओपी कालरा ने सुश्रुत ऑडिटोरियम में पीजीआइएमएस के लाभर्थियों के लिए बनाई गई तीन कोरोना साइट का शुभारंभ किया। जिसके बाद पहल साइट पर मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष व पीजीआइएमएस में कोरोना नोडल अधिकारी डा. वीके कत्याल, दूसरी साइट पर कम्युनिटी हेल्थ मेडिसिन के अध्यक्ष व ऑडिटोरियम में सेशन साइट के ऑर्गेनाइजर डा. आरबी जैन और तीसरे सेंटर पर चिकित्सा अधिकारी डा. पुष्पा दहिया को पहली वैक्सीन लगी। वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थियों को एनाफेलेटिक रिएक्शन के लिए 30 मिनट तक ऑबजर्वेशन में रखा गया। पीजीआइएमएसस के करीब नौ हजार चिकित्सक व कर्मचारियों को वैक्सीन की डोज दी जानी है। बता दें कि जिले में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे की विकसित कोविशिल्ड की खेप पहुंची है। सीएमओ डा. अनिल बिरला ने बताया कि 10950 डोज स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराई गई हैं। करीब 15 हजार हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जानी हैं।
जो नहीं पहुंचे उन्हें दो बार और किया जाएगा मैसेज
कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डा. आरबी जैन ने कहा कि जो हेल्थ वर्कर वैक्सीनेशन के लिए अपने नंबर पर नहीं पहुंचते हैं उन्हें दो बार और वैक्सीन की डोज दी जाएगी। इसके बाद भी यदि कोई नहीं पहुंचता है तो उसे लिस्ट से हटा दिया जाएगा।
पीजीआइएमएस में वैक्सीनेशन के दौरान यह रहे मौजूद
कुलसचिव डा. एचके अग्रवाल, पीजीआइएमएस निदेशक डा. रोहताश यादव, फार्मेसी कालेज के प्राचार्य व डीन छात्र कल्याण डा. गजेंद्र सिंह, डा. राकेश गुप्ता, डा. रूप सिंह, डा. लव शर्मा, डा. अशोक राठी, डा. सुधीर अत्री, डा. आशीष देवगन, डा. शीबा शेठी। आज पांच साइट पर होगा वैक्सीनेशन
डिप्टी सीएमओ और कोरोना वैक्सीन की टास्क फोर्स के कन्वीनर डा. अनिलजीत ने बताया कि मंगलवार को पांच सेशन साइट पर वैक्सीनेशन होगा। पीजीआइएमएस के ऑडिटोरियम में तीन साइट पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चलेगी। इसके साथ ही करौंथा के पीएचसी और कायनोस अस्पताल में हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। प्रत्येक साइट पर 100 हेल्थ वर्कर को वैक्सीन लगवाने के लिए मैसेज भेज दिया गया है। सिविल अस्पताल की सेशन साइट को प्लस-माइनस में रखा गया है। यहां मंगलवार को वैक्सीनेशन हो भी सकता है और नहीं भी। सेशन साइट पर 15 कर्मचारियों ने संभाला मोर्चा
पीजीआइएमएस की कम्युनिटी विभाग की प्रोफेसर व सुश्रुत ऑडिटोरियम में सेशन साइट की को-ऑर्गेनाइजर डा. मीनू राजपूत ने बताया कि प्रत्येक सेशन साइट पर पांच कर्मचारियों की ड्यूटी रही। वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थियों को 30 मिनट के लिए ऑबर्जेवेशन में रखा गया। इसके लिए ऑडिटोरियम में प्रत्येक साइट के लिए शारीरिक दूरी के तहत सीट पर नंबर अंकित किए गए। फिलहाल तीन साइट पर वैक्सीनेशन हो रहा है। जरूरत पड़ने पर इन्हें बढ़ाया जा सकता है।
जिन हेल्थ वर्कर का नंबर पहले आया है वह सौभाग्यशाली हैं। जल्द ही वह इस इस वायरस से बचाव में सक्षम हो जाएंगे। अभी तक वैक्सीन के साइड इफेक्ट नहीं आए हैं। सप्ताह में चार दिन वैक्सीनेशन की प्रक्रिया की जाएगी। ताकि, जल्द से जल्द सभी चिकित्सक व कर्मचारी इस महामारी से सुरक्षित हो सकें। अस्पातल के अधिकारी व कर्मचारी पिछले काफी माह से कोरोना के डर के बीच कार्यरत हैं।
- डा. ओपी कालरा, कुलपति, पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विवि, रोहतक। इन्होंने लगवाई है वैक्सीन
वैक्सीन लगवाने के लिए मन में घबराहट न रखें। यह पूरी तरह सुरक्षित हैं। मैंने खुद वैक्सीन लगवाई है। किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं आया। पूरी तरह से स्वस्थ हूं। वैक्सीन की डोज लाभार्थी को कोरोना महामारी से बचाएगी। किसी प्रकार का भ्रम मन में न रखें। जिस भी व्यक्ति का नंबर आता है वह वैक्सीनेशन के लिए जरूर पहुंचे।
- डा. पुष्पा दहिया, एमएस, पीजीआएमएस, रोहतक। कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई है। यहां बनाई गई साइट पर नर्स व चिकित्सक उपलब्ध है जिस भी लाभार्थी के पास मैसेज आता है वह 30 मिनट के अंदर आकर साइट पर वैक्सीन की डोज ले सकता है।
- डा. आरबी जैन, कम्युनिटी हेल्थ विभाग के अध्यक्ष, पीजीआइएमएस, रोहतक। हमारे वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत से वैक्सीन विकसित की है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। मैंने खुद वैक्सीन लगवाई है। किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। विशेषज्ञों की देखरेख में वैक्सीनेशन चल रहा है। जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाएं व खुद को सुरक्षित करें।
- डा. वीके कत्याल, मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष, पीजीआइएमएस रोहतक।