चार घंटे सड़क जाम, ठेकेदार और राहगीर से मारपीट, अधिवक्ता बोले-नहीं चलने देंगे ठेकेदार की गुंडागर्दी
जागरण संवाददाता रोहतक अधिवक्ताओं की गाड़ी उठाने के मामले को लेकर वीरवार को कोर्ट
जागरण संवाददाता, रोहतक : अधिवक्ताओं की गाड़ी उठाने के मामले को लेकर वीरवार को कोर्ट परिसर के सामने जमकर हंगामा हुआ। अधिवक्ताओं ने सड़क पर जमा लगा दिया। क्रेन लेने पहुंचे ठेकेदार के साथ भी हाथापाई तक नौबत आ गई। अधिवक्ताओं को गाली देने पर एक युवक के साथ भी मारपीट की गई। मारपीट के मामले के बाद अधिवक्ता दो धड़ों में बंट गए। अधिवक्ताओं की मांग पर करीब चार घंटे बाद क्रेन चालक व कई अन्य के खिलाफ आर्य नगर थाने में केस दर्ज किया गया। तब अधिवक्ताओं ने जाम खोला। हालांकि ठेकेदार की क्रेन वापस देने से मना कर दिया। यह था मामला
अधिवक्ता नरेंद्र प्रताप सिंह बुधवार को गोहाना अड्डे पर गए थे। तभी नगर निगम के ठेकेदार की क्रेन ने उनकी गाड़ी उठा ली थी और जबरन रंगशाला में लेकर आ गए थे। अधिवक्ता के साथ मारपीट भी की गई थी। इसके बाद शाम के समय अधिवक्ताओं ने क्रेन चालक को कोर्ट के सामने पकड़ लिया और उसकी क्रेन छीनकर कोर्ट परिसर में खड़ी कर दी थी। अधिवक्ताओं ने वीरवार को हड़ताल की चेतावनी दे दी थी। ऐसा चला घटनाक्रम
सुबह 11 बजे अधिवक्ताओं ने कोर्ट परिसर के सामने रोड पर बैरिकेड लगाकर जमा लगा दिया। कहा कि नगर निगम की आड़ में ठेकेदार लोगों से वसूली कर रहा है। यह सिस्टम बंद किया जाए। इसके अलावा अधिवक्ता के साथ मारपीट करने वाले क्रेन चालक, होमगार्ड और कई अन्य आरोपितों पर केस दर्ज किया जाए। कुछ देर बाद डीएसपी हेडक्वार्टर गोरखपाल वहां पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि केस दर्ज कर लिया जाएगा। इसके बाद डीएसपी वहां से चले गए। अधिवक्ता एफआइआर का इंतजार करते रहे। इसी बीच ठेकेदार लखपत वहां पहुंचा। ठेकेदार के साथ हाथापाई कर दी गई। तभी वहां पर खड़े एक राहगीर युवक के साथ भी मारपीट की गई। कुछ अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि युवक ने उनके बारे में अभद्र भाषा बोली है, जिसे बर्दास्त नहीं करेंगे। मारपीट के बाद अधिवक्ता दो धड़ों में बंट गए। बार प्रधान लोकेंद्र फौगाट और अन्य अधिवक्ता वहां से अंदर चले गए, जबकि सचिव पुनित पुनिया समेत अन्य अधिवक्ताओं ने जाम खोलने से मना करते हुए वहां पर खड़े रहे। दोपहर करीब दो डीएसपी गोरखपाल उनके बीच पहुंचे। डीएसपी ने आश्वासन दिया कि अधिवक्ता की शिकायत पर आर्य नगर थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। तब अधिवक्ता जाम खोलने के लिए तैयार हुए। इस बीच पीजीआइ की तरफ से जाने वाली एंबुलेंस भी जाम में फंस गई। इस दौरान प्रधान पद के दावेदार प्रमोद दलाल, दावेदार उमेश भारद्वाज, दीपक भारद्वाज, उप प्रधान चेतना अरोड़ा, और पूर्व प्रधान दीपक कुंडू समेत काफी अधिवक्ता मौजूद रहे। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के काफिले को देख हटाए बैरिकेड
दरअसल, दोपहर के समय पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का भी बार हाल में कार्यक्रम था। जैसे ही डीसी आवास की तरफ से पूर्व सीएम का काफिला आता दिखाई दिया तो सभी अधिवक्ताओं ने एकजुटता का परिचय देते हुए बैरिकेड हटाकर रास्ता खोल दिया गया। अधिवक्ता की गाड़ी गोहाना अड्डे पर खड़ी थी। जिसे पुलिस के कहने पर उठाया गया था। वह अधिवक्ताओं के पास बातचीत करने के लिए गए थे, लेकिन कुछ अधिवक्ताओं ने मेरे साथ हाथापाई की। इस मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। अधिकारियों के जो भी आदेश होंगे उसके अनुसार काम किया जाएगा।
- लखपत, ठेकेदार गाड़ी उठाने के नाम पर ठेकेदार मनमर्जी से रुपये वसूल रहा है, जिससे शहरवासी परेशान हो चुके हैं। जाम के दौरान एक युवक ने अधिवक्ताओं पर गलत टिप्पणी की थी, जिससे अधिवक्ता भड़क गए थे। हालांकि बाद में मामला शांत करा दिया गया। शुक्रवार को हाउस की मीटिग रखी गई है, जिसमें निर्णय लिया जाएगा कि ठेकेदार की क्रेन लौटाई जाए या फिर नहीं।
- पुनीत पुनिया, सचिव जिला बार एसोसिएशन ठेकेदार को पहले भी समझाया गया था कि इस तरह गुंडागर्दी ना करे। अधिवक्ताओं को टारगेट कर उनकी गाड़ी ना उठाए। इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज न हीं आया। हालांकि मारपीट का मामला हुआ है वह सही नहीं है। यह निदनीय है।
- लोकेंद्र फौगाट उर्फ जोजो, प्रधान जिला बार एसोसिएशन