पांच बेटियां नेशनल बाक्सिग चैंपियनशिप में दिखाएंगी दम
रोहतक की पांच बेटियां नेशनल बाक्सिग चैंपियनशिप में दिखाएंगी दम अलग-अलग भार वर्ग में रिग में उतरेंगी रुड़की के शहीद बैतून सिंह स्टेडियम की पांचों बाक्सर 21 अक्टूबर को हिसार में होगी चैंपियनशिप
- अलग-अलग भार वर्ग में रिग में उतरेंगी रुड़की के शहीद बैतून सिंह स्टेडियम की पांचों बाक्सर
- 21 अक्टूबर से हिसार में शुरू होगी सीनियर नेशनल महिला बाक्सिग चैंपियनशिप
रतन चंदेल, रोहतक
हिसार में इसी महीने होने वाली सीनियर नेशनल महिला बाक्सिग चैंपियनशिप में रोहतक के दो गांवों की पांच बेटियां अपने पंच का दम दिखाएंगी। यह पहला अवसर है, जब इन गांवों की पांचों बेटियां एक साथ सीनियर नेशनल महिला बाक्सिग चैंपियनशिप के रिग में उतरेंगी। ग्रामीण आंचल में पली-बढ़ीं ये पांचों बेटियां रोहतक के रुड़की गांव स्थित स्टेडियम में पिछले सात साल से निश्शुल्क प्रैक्टिस करती हैं। उनके कोच विजय हुड्डा के मुताबिक रुड़की के शहीद बैतून सिंह स्टेडियम की ये पांचों बाक्सर पहले भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना दम दिखा चुकी हैं और अब यहां अलग-अलग भार वर्ग में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने उतरेंगी। हिसार में 21 से 28 अक्टूबर तक सीनियर नेशनल महिला बाक्सिग चैंपियनशिप होगी। कोच ने दावा किया है शहीद बैतून सिंह स्टेडियम रुड़की रोहतक हरियाणा का मात्र एक ऐसा स्टेडियम है, जहां से हिसार में होने वाली सीनियर महिला नेशनल चैंपियनशिप में पांच महिला बाक्सर भाग लेंगी।
उन्होंने बताया कि स्टेडियम में देश को अनेक इंटरनेशनल महिला बाक्सर दी हैं। अब हिसार में आने वाली प्रतियोगिता में 50 किलोग्राम भार वर्ग में संजीता, 52 किलोग्राम भार वर्ग में मीनाक्षी व ज्योति, 54 किलोग्राम भार वर्ग में शिक्षा नरवाल और 48 किलोग्राम में भार वर्ग में मोनिका अपने पंच का दमखम दिखाएंगी। वहीं, मोनिका नेशनल कैंप की ट्रायल के लिए भी खेलेंगी।
चार बाक्सर हैं रुड़की गांव की
इनमें से संजीता, मीनाक्षी, ज्योति व मोनिका सहित चारों बाक्सर रुड़की गांव की ही हैं, जबकि शिक्षा रिठाल गांव की है। चाहे आंधी हो या बारिश सभी खिलाड़ी सुबह पांच बजे स्टेडियम में पहुंच जाती हैं। सभी खिलाड़ी गरीब परिवारों से है। मोनिका के पिता जहां प्राइवेट जाब करते हैं, वहीं अन्य सभी खिलाड़ियों के पिता किसान हैं। सभी खिलाड़ी यहां रुड़की स्टेडियम में सुबह-शाम तीन-तीन घंटे कोच विजय हुड्डा की देखरेख में सात साल से अभ्यास करती हैं। स्टेडियम में फिलहाल 10 से 25 साल तक आयु के 105 लड़के व लड़कियां बाक्सिग की प्रैक्टिस करते हैं।
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शिक्षा रिठाल की उपलब्धियां
-सेफ गेम्स 2019 में सिल्वर मेडल
-आल इंडिया यूनिवर्सिटी 2016 में गोल्ड मेडल
-सीनियर नेशनल 2017 हरिद्वार में गोल्ड मेडल व 2018 बिलारी कर्नाटका में ब्रांज मेडल
-2017 सीनियर व एशियन चैंपियनशिप वियतनाम में ब्रोंज मेडल
-इंटरनेशनल सिल्वर मेडलिस्ट
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ज्योति गुलिया की उपलब्धियां
-2016 यूथ नेशनल में गोल्ड मेडल
-2017 यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
-2019 यूथ ओलिपिक क्वालीफाई
-सिक्स टाइम इंटरनेशनल चैंपियन
-2019 सीनियर नेशनल चैंपियन
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मीनाक्षी की उपलब्धियां
-आल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियन
-यूथ नेशनल चैंपियन
-खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियन
इंटरनेशनल सिल्वर मेडलिस्ट
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मोनिका की उपलब्धियां
-दो बार आल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियन
-सीनियर नेशनल चैंपियन व बेस्ट बॉक्सर
-एशियन चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल लिस्ट
-पांच बार इंटरनेशनल चैंपियन
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संजीता की उपलब्धियां
-जूनियर नेशनल चैंपियन
-स्कूल नेशनल चैंपियन
-दो बार इंटरनेशनल सिल्वर मेडलिस्ट