रोहतक में सड़कों पर उतरे किसान, मजदूर व कर्मचारी संगठन
कर्मचारी-मजदूरों विरोधी नीतियों के खिलाफ रविवार को किसान मजदूर व कर्मचारी संगठनों के तमाम सदस्य सड़कों पर उतर आए।
जागरण संवाददाता, रोहतक : कारपोरेट कंपनियों से खेती बचाने व कर्मचारी-मजदूरों विरोधी नीतियों के खिलाफ रविवार को किसान, मजदूर व कर्मचारी संगठनों के तमाम सदस्य सड़कों पर उतर आए और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने सामूहिक रूप से गिरफ्तारियां भी दीं। भारतीय किसान यूनियन (अ) के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टरों पर काले झंडे लगाकर प्रदर्शन में शामिल हुए। सभी संगठनों ने एक सुर में खेती व मजदूरों से संबंधित अध्यादेश वापस लेने की मांग की।
उधर, बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी होने के चलते पुलिस प्रशासन की सांसें फूली रही। इस दौरान मानसरोवर पार्क के निकट जाम की स्थिति भी बनी रही। प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे जहां उन्होंने गिरफ्तारियां दी। गिरफ्तारी के बाद उनको पुलिस कर्मी रोडवेज की छह बसों में लेकर गए। सभी प्रदर्शनकारियों को बसों में बैठाकर छोटूराम स्टेडियम ले जाया गया। पुलिस-प्रशासन के कर्मचारी उनको वहां उतारने लगे लेकिन किसान नेता बल्लू प्रधान सभी को जेल भेजने की मांग पर अड़े रहे। इस बीच प्रशासन ने उन सभी को वापस मानसरोवर पार्क के पास उतार दिया। भाकियू (अ) के प्रदेश अध्यक्ष बल्लू प्रधान ने चेतावनी दी है कि अगर अध्यादेश वापस नहीं लिया गया तो दो अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिवस पर दिल्ली में उनकी समाधी स्थल से देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
इन संगठनों ने भरी हुंकार
प्रदर्शन में अखिल भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान प्रीत सिंह, जनवादी महिला समिति की नेत्री डा. जगमति सांगवान, सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश स्तरीय कर्मचारी नेता जोगेंद्र करौथा, रिटायर्ड कर्मचारी संगठन से कामरेड रामकिशन, सीटू से धर्मवीर हुड्डा के अलावा वीरेंद्र धनखड़ व प्रकाश सहित तमाम नेता व सदस्य शामिल रहे। संगठनों के नेताओं ने कहा कि आने वाले बड़ौदा के उपचुनाव में किसान, मजदूर व कर्मचारी सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेगा।
सड़क पर लगी ट्रैक्टरों की कतार
भारतीय किसान यूनियन (अ) कार्यकर्ता ट्रैक्टरों पर काले झंडे लगाकर प्रदर्शन करने पहुंचे। बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर यहां पहुंचे। जिनको नेताजी सुभाष चौक से पहले ही पुलिस ने रोक दिया। इस दौरान मानसरोवर पार्क के पास सड़क पर ही ट्रैक्टरों की लंबी कतार लगी रही।
शारीरिक दूरी बनाए रखने का आह्वान
प्रदर्शनकारी जब अधिक संख्या में एकत्रित होने तो पुलिस इंस्पेक्टर राकेश सैनी उनको मास्क या कपड़ा मुंह पर लगाए रखे व बार-बार उचित शारीरिक दूरी बनाए रखने का आह्वान भी करते रहे। हालांकि कुछ लोगों ने उनकी बात मानी जबकि कुछ ने अनसुना भी कर दिया और काफी संख्या में भीड़ बनी रही।
बनी रही जाम की स्थिति
सड़क पर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर खड़े होने के अलावा सीटू कार्यकर्ता भी प्रदर्शन करते हुए वहीं से गुजरने लगे। जिसके चलते कुछ समय के लिए वहां जाम की स्थिति बनी रही। स्थिति सामान्य कराने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तारी के बाद छोड़ देने के बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।
लघु सचिवालय के बाहर दिया धरना
प्रदर्शन करते हुए सभी संगठनों के सदस्य लघु सचिवालय पहुंच गए। हाथों में झंडे लिए तमाम सदस्यों ने वहां जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की और वहीं लघु सचिवालय के गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए। जहां पर जनवादी महिला समिति के नेत्री डा. जगमति सांगवान सहित अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।