कर्मचारी संगठनों ने प्रदर्शन कर पीएम-सीएम के नाम भेजा ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों ने बीडीपीओ के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को 15 मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। आंदोलनकारी मजदूर कर्मचारी स्थानीय मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए और रोष सभा का आयोजन किया।
जागरण संवाददाता, रोहतक : भाजपा सरकार पर श्रम कानून, रोजगार खत्म करने, लोकतंत्र एवं जनतांत्रिक अधिकारों पर हमले व देश के संसाधनों को विदेशी कंपनियों को बेचने के विरोध में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर सीटू, सर्व कर्मचारी संघ, कर्मचारी महासंघ समेत कई मजदूर कर्मचारी संगठनों ने शहर में किया जोरदार प्रदर्शन। प्रदर्शनकारियों ने बीडीपीओ के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को 15 मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। विरोध प्रदर्शन से पहले सभी आंदोलनकारी मजदूर कर्मचारी स्थानीय मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए और रोष सभा का आयोजन किया।
सीटू के प्रांतीय महासचिव जय भगवान, सर्व कर्मचारी संघ की प्रांतीय उप महासचिव सविता और कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय नेता विजेंद्र बेनीवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि उसमें खनिज तथा खनन का क्षेत्र बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए खोलने का ऐलान किया गया है। 500 खनिज ब्लॉक निजी बोलीदाताओं को नीलाम किए जाएंगे। वाणिज्यिक खनन में 100 फीसद विदेशी निवेश की घोषणा कर दी है। वास्तव में मोदी सरकार की नीति को बहुराष्ट्रीय निगमों के लिए ही नीति है कि भारत आए और बिना किसी रोक-टोक के हमारे अमूल्य संसाधनों का शोषण करें।
प्रदर्शन में सीटू के सतबीर पाकस्मा, कामरेड विनोद, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के सतबीर, शिवकुमार, संयुक्त कर्मचारी मंच के कृष्ण सुहाग हरियाणा कर्मचारी महासंघ के दीपक बल्हारा, हेमसा की मुकेश खरब, कमलकांत,भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा के संजीव सिंह, एआइयूटीयूसी के रामनिवास, इंटक से अशोक और सुमेश, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के खेमचंद, आशा वर्कर्स यूनियन की पुष्पा, रोडवेज कर्मचारी नेता हिम्मत राणा, अखिल भारतीय किसान सभा के प्रीत सिंह, नौजवान सभा (डीवाईएफआई) के सुरेंद्र जसिया, हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा के जिला प्रधान भगत सिंह ,दिशा छात्र संगठन के मंजीत, एसएफआइ के प्रशांत और अजरुद्दीन, बिगुल मजदूर दस्ता के इंद्रजीत प्रमुख तौर पर शामिल रहे।