Move to Jagran APP

ऑटो का रूट डायवर्ट होने से आठ हजार ऑटो चालक प्रभावित, आज मंत्री से करेंगे शिकायत

जागरण संवाददाता, रोहतक : कच्चाबेरी रोड तक जाने से आटो चालकों को रोका जा रहा है। अ

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 11:17 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 11:17 PM (IST)
ऑटो का रूट डायवर्ट होने से आठ हजार ऑटो चालक प्रभावित, आज मंत्री से करेंगे शिकायत
ऑटो का रूट डायवर्ट होने से आठ हजार ऑटो चालक प्रभावित, आज मंत्री से करेंगे शिकायत

जागरण संवाददाता, रोहतक : कच्चाबेरी रोड तक जाने से आटो चालकों को रोका जा रहा है। आटो यूनियन के पदाधिकारियों का दावा है कि करीब आठ से दस हजार आटो चालकों का रास्ता प्रभावित हो गया है। आटो चालकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इस प्रकरण में पहले भी प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। मंगलवार को सभी आटो चालक यूनियन के पदाधिकारियों के साथ सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर, डीसी और एसपी से मुलाकात करेंगे। जिससे समस्या का हल हो सके। दूसरी ओर, आटो चालकों ने पा¨सग के दौरान देरी होने पर प्रतिदिन 50 रुपये जुर्माने को भी कम करने की मांग की है।

loksabha election banner

आटो यूनियन के प्रधान विक्की पहलवान ने बताया कि करीब एक साल से आटो चालकों को कच्चाबेरी रोड पर जाने से रोका जा रहा है। पहले एलिवेटेड रोड के निर्माण की बात कहकर आठ-दस हजार आटो चालकों को रोका जा रहा था। जब एलिवेटेड रोड का संचालन हो गया तो भी आटो चालकों को रोकने की कार्रवाई हो रही है। विक्की पहलवान कहते हैं कि पिछले करीब एक साल से कच्चाबेरी रोड तक आटो न जाने के कारण माता दरवाजा फिर रेलवे स्टेशन की तरफ से चक्कर काटकर हमें जाना पड़ रहा है। कच्चाबेरी रोड तक आटो का संचालन होने से यात्रियों को पैदल जाने से निजात मिलेगी। पहले थे सिर्फ 370 रुपये पेनल्टी के लगते थे तीन माह में, अब 1500 रुपये हर माह

प्रधान विक्की कहते हैं कि आटो पा¨सग के दौरान देरी होने पर पहले तीन माह के लिए 370 रुपये पेनल्टी देनी होती थी। लेकिन कुछ माह से अब यही पेनल्टी कई गुना तक बढ़ा दी गई है। इससे आटो चालक परेशान हैं। 50 रुपये प्रतिदिन यानि हर माह 1500 रुपये तय कर दी है। बढ़ती महंगाई का हवाला देते हुए कहा कि पेनल्टी कम हो। इसके लिए भी सहकारिता मंत्री, डीसी डा. यश गर्ग व एसपी जश्नदीप ¨सह से भी मिलेंगे। चेतावनी दी है कि दोनों ही मांगों पर प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया तो मजबूर होकर सभी आटो चालक आंदोलन का फैसला ले सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.