गुरुग्राम और रोहतक से होगी ई-आइसीयू की मॉनीटरिग
चिकित्सकों की कमी का मरीजों के उपचार पर कोई असर न पड़े इसके लिए फरीदाबाद में ई-आइसीयू (इलेक्ट्रॉनिक इंटेसिव केयर यूनिट) संचालित कर दी है।
पुनीत शर्मा, रोहतक
चिकित्सकों की कमी का मरीजों के उपचार पर कोई असर न पड़े इसके लिए फरीदाबाद में ई-आइसीयू (इलेक्ट्रॉनिक इंटेसिव केयर यूनिट) संचालित कर दी है। ई-आइसीयू की फिलहाल मॉनीटरिग गुरुग्राम से की जा रही है और जल्दी ही यह रोहतक पीजीआइ से भी शुरू होगी। फिलहाल पीजीआइ, मेवात मेडिकल कॉलेज और खानपुर मेडिकल कॉलेज में ई-आइसीयू के लिए सामान पहुंच गया है। जल्द ही यहां भी इसको शुरू कर दिया जाएगा।
कोरोना महामारी के दौर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से मरीजों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रहीं हैं। गंभीर हालत वाले मरीजों को अन्य मेडिकल संस्थानों में रेफर किया जाता है ताकि विशेषज्ञ चिकित्सक उनका बेहतर उपचार कर सकें। कई बार इस प्रक्रिया में समय बर्बाद हो जाता है और मरीज की मौत भी हो जाती है। अब मरीजों को इन झंझटों से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार ने ई-आइसीयू सुविधा शुरू की है। फिलहाल फरीदाबाद ईएसआइ सेंटर में ई-आइसीयू को शुरू कर दिया गया है। जबकि मेवात, रोहतक पीजीआइ और खानपुर मेडिकल कालेज में ई-आइसीयू बनाने के लिए सामान पहुंच चुका है। इसके बाद इसे फिट करते हुए माह के अंत तक इन तीनों मेडिकल कालेजों में ई-आइसीयू को शुरू कर दिया जाएगा। सरकार ने इसको सफल बनाने के लिए स्प्रिंगर हेल्थ केयर नामक निजी कंपनी से एमओयू साइन किया है। फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे प्रदेश के चार मेडिकल कालेजों में ही संचालित किया जाएगा।
पीजीआइ और गुरुग्राम से होगी मॉनीटरिग
ई-आइसीयू की मॉनीटरिग फिलहाल गुरुग्राम से की जा रही है। हालांकि अभी तक केवल फरीदाबाद ईएसआइ में ही ई-आइसीयू शुरू हुई है। जैसे ही तीनों अन्य मेडिकल कालेजों में इसे शुरू किया जाएगा वैसे ही रोहतक पीजीआइ से ही इसकी मॉनीटरिग शुरू कर दी जाएगी। कोविड स्टेट नोडल ऑफिसर डा. ध्रुव चौधरी को जिम्मेदारी दी गई है। वर्जन ---
फिलहाल फरीदाबाद ईएसआइ में ई-आइसीयू का संचालन शुरू हो गया है। इसकी मॉनीटरिग गुरुग्राम से की जा रही है। अन्य तीनों मेडिकल कालेजों में भी सामान पहुंच गया है। जल्द ही यहां भी ई-आइसीयू शुरू कर दिया जाएगा।
- डा. ध्रुव चौधरी, कोविड, स्टेट नोडल ऑफिसर