Dushyant Chautala ने दी हु़्ड्डा को सलाह, कहा- ड्राइंग रूम की राजनीति छोड़ विपक्ष की भूमिका निभाएं
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भाजपा-जेजेपी गठबंधन की चिंता करनी छोड़ देनी चाहिए। दें। उन्हें विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।
जेएनएन, सोनीपत/रोहतक। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार दोनों पार्टियों द्वारा दिए गए चुनावी घोषणा पत्र के सभी वादों को तय समय पर पूरा करेगी। धान खरीद पर उठाए जा रहे सवालों को लेकर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें ड्राइंग रूम की राजनीति छोड़कर विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।
दुष्यंत ने कहा कि वह (हुड्डा) भाजपा-जेजेपी के गठबंधन की चिंता करना छोड़ दें। कांग्रेस को प्रदेश की जनता ने 31 सीटें देते हुए विपक्ष में बैठाया है। दुष्यंत ने कहा कि विधानसभा में जब मैंने नेता प्रतिपक्ष से पूछा कि कहां पर जीरी की खरीद नहीं हो रही और कहां दिक्कत आ रही है तो इसका उनके पास कोई जवाब नहीं था।
चौटाला सोनीपत के राई क्षेत्र के गांव जाट जोशी में के किसान व कारोबारी सतबीर, दयानंद, दलेल व नारायण हुड्डा की माता स्व. छोटन देवी की 17वीं में शामिल होने आए थे। इस दौरान उन्होंने छोटन देवी की प्रतिमा का भी अनावरण किया। यहां पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री चौटाला ने कहा कि हरियाणा के सभी जिलों में एचटेट का सफल संचालन नई सरकार की पहली सफलता है। इस बार बच्चों को अपने जिलों के बाहर परीक्षा देने नहीं जाना पड़ा। महिलाओं के गले की चेन व चूड़ा निकलवाने वाली प्रथा को भी खत्म करवाया गया है। उन्होंने बताया कि सोमवार को नई कैबिनेट की पहली मीङ्क्षटग है और इसमें ग्रामीण विकास की बात हो फिर शराबबंदी का विषय हो, सभी पर गंभीरता से कदम उठाए जाएंगे।
उपमुख्यमंत्री ने रोहतक में देखे एचटेट के इंतजाम
उपमुख्यमंत्री बनने के बाद दुष्यंत चौटाला रविवार को पहली बार रोहतक पहुंचे। उन्होंने आइसी कालेज में पहुंचकर परीक्षा के इंतजाम भी देखे। पत्रकारवार्ता में दुष्यंत कॉमन मिनीमम प्रोग्राम संबंधी सवाल पर कहा कि इसको सिरे चढ़ाने के लिए कमेटी का गठन हो चुका है दोनों पार्टियों की एक जैसी घोषणाओं पर काम किया जा चुका है।
हरियाणा से कई गुना ज्यादा पंजाब में जलाई जा रही पराली
पराली जलाने को लेकर किसानों पर दर्ज केसों के बारे में दुष्यंत चौटाला कहा कि प्रदेश में केवल 6,700 केस मिले हैं, जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब में पराली जलाने के 70 हजार से ज्यादा केस मिले हैं। हमारे यहां तो पहले की अपेक्षा इसमें बहुत कमी आईं है। दुष्यंत ने कहा कि प्रदूषण के लिए पराली अकेले जिम्मेदार नहीं है, इसके और भी कई कारण है। इसलिए हम सबको मिलकर पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने बताया कि कुछ विश्वविद्यालयों से अनुरोध किया गया है कि क्लाइमेंट चेंज को विषय में रूप में पढ़ाएं, जिससे पर्यावरण को लेकर बेहतरी के साथ कार्य हो सके।
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