हरियाणा के हर दूसरे घर में एक खिलाड़ी होना गर्व की बात : डीएसपी
कस्बे के भराण रोड स्थित राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में चौथी खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें महम के डीएसपी शमशेर सिंह दहिया मुख्य अतिथि रहे।
संवाद सहयोगी, महम :
कस्बे के भराण रोड स्थित राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में चौथी खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें महम के डीएसपी शमशेर सिंह दहिया मुख्य अतिथि रहे। आइटीआइ के प्रधानाचार्य राजेंद्र कुमार, सांपला पॉलिटेक्निक के प्रधानाचार्य विशिष्ट अतिथि रहे। मुख्यअतिथि ने कहा कि खेलों से हमारे चरित्र का निर्माण होता है। उन्होंने बताया कि हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। यही कारण है कि हरियाणा के हर दूसरे घर में एक खिलाड़ी एवं एक सेनानी है, जो हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में शिक्षा के साथ साथ खेलों का भी हमारे जीवन में बहुत महत्व है। संस्था की छात्रा ज्योति ने छात्राओं को अनुशासन में रहते हुए खेल भावना से खेलने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि ने संस्थान प्रांगण में पौधरोपण भी किया। प्रधानाचार्य के अनुसार 800 मीटर रेस में सचिन पहले, राहुल दूसरे व रोहित तीसरे स्थान पर रहे। 200 मीटर रेस में ममता पहले, सुमन दूसरे व काफी तीसरे स्थान पर रही। गोला फेंक प्रतियोगिता में युवराज पहले, दीपक दूसरे व रवि तीसरे स्थान पर रहे। विजेता खिलाड़ियों को गोल्ड, सिलवर व ब्रांज मेडल व प्रमाण पत्र और नकद राशि देकर सम्मानित किया गया। संस्थान के प्रधानाचार्य दलजीत सिवाच ने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सभी अतिथिगणों को समृति चिह्न भेंट किए गए। इस अवसर पर अबनम, जोगिद्र गिरोत्रा, वेदप्रकाश धवन, विजय चाबा आदि उपस्थित रहे। ई-गिरदावरी के रिकॉर्ड के मिलान के लिए की जाती है पड़ताल : डीसी
संवाद सहयोगी, महम :
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि किसानों की फसल के रिकॉर्ड के लिए ई-गिरदावरी करवाई जाती है। इस कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए उच्चाधिकारियों की ओर से ई-गिरदावरी की पड़ताल की जाती है। फसल खरीद के कार्य में आसानी व किसी व्यक्ति की ओर से किसान के नाम पर गलत रिकॉर्ड दर्ज करवाने से संबंधित आशंका पर अंकुश लगाने के लिए ई-गिरदावरी की पड़ताल की जाती है। उपायुक्त महम क्षेत्र के गांव भैणी भैरो में ई-गिरदावरी की पड़ताल के दौरान उपस्थितगण से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से ई-गिरदावरी की विभिन्न एजेंसियों हरसैक, कृषि विभाग, पटवारी व किसानों के माध्यम से फसलों का रिकॉर्ड दर्ज करवाया जाता है। प्रशासनिक उच्चाधिकारियों उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, उपमंडलाधीश, नगराधीश, जिला राजस्व अधिकारी की ओर से इस ई-गिरदावरी की पड़ताल की जाती है ताकि ई-गिरदावरी के तहत दर्ज की गई फसलों के विवरण का मिलान किया जा सके। ई-गिरदावरी एवं पड़ताल में कोई अंतर पाया जाता है तो उसे ठीक करवाया जाता है। उन्होंने कहा कि किसानों की फसल का भुगतान उनके बैंक खातों में किया जाएगा। इस अवसर पर महम की उपमंडलाधीश मेजर गायत्री अहलावत, तहसीलदार मदन लाल, नायब तहसीलदार राजकुमार शर्मा, कानूनगो भरत सिंह, राजेंद्र पटवारी, रविद्र, संदीप व भैणी भेरो के गणमान्य व्यक्ति व रोहताश आदि उपस्थित थे।