बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए वास्तविक आंकड़े प्रस्तुत किए जाएं : डा. राकेश
मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी परियोजना निदेशक डा. राकेश गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में बचों के कुपोषण एवं खून की कमी को दूर करने के लिए संबंधित अधिकारी गंभीरता से कार्य करें।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी परियोजना निदेशक डा. राकेश गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में बच्चों के कुपोषण एवं खून की कमी को दूर करने के लिए संबंधित अधिकारी गंभीरता से कार्य करें। कुपोषण के कारण प्रदेश में लगातार बच्चों का कद कम हो रहा है, जो सबके लिए चिता का विषय है। प्री-स्कूल शिक्षा के लिए भी प्रयास किए जाए तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में दर्ज सभी बच्चों को इन केंद्रों में आने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। वे बुधवार को वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से प्रदेश सरकार के विभिन्न फ्लैगशिप कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कि महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाफ द्वारा बच्चों के भार एवं कद के वास्तविक आंकड़े प्रस्तुत करें तथा संस्कृति को बदलते हुए वास्तविक रिपोर्ट दें। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों के कुपोषण के सभी मापदंडों की जांच करें ताकि हर बच्चे का कुपोषण ठीक किया जा सकें।
सीएम विडो में जिला रोहतक को प्रथम स्थान
डा. राकेश गुप्ता ने सीएम विडो में जिला रोहतक की प्रथम रैंक, सक्षम हरियाणा में दूसरी रैंक के लिए जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार कुशल नेतृत्व में जिला प्रशासन द्वारा प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है। ई-ऑफिस क्रियान्वयन में भी जिला की पांचवीं रैंक है तथा पीएनडीटी अधिनियम के क्रियान्वयन में भी जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने पीएनडीटी एवं एमटीपी अधिनियमों के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए कहा कि हमें रेड बढ़ाने की आवश्यकता है।
ई-आफिसर को बढ़ाने के लिए उठाएंगे कदम : महेंद्रपाल
अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्रपाल ने कहा कि ई-ऑफिस के स्कोर को आठ तक बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे तथा इस दिशा में सकारात्मक प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि वन स्टोप सेंटर के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सभी आवश्यक गतिविधियां संचालित की गई है। नगराधीश ज्योति मित्तल ने कहा कि जिला में ई-ऑफिस के क्रियान्वयन की निरंतर निगरानी की जा रही है तथा संबंधित अधिकारियों को समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाते है।
बैठक में सिविल सर्जन डा. अनिल बिरला, डीआइओ जितेंद्र मलिक, जिला शिक्षा अधिकारी डा. विजय लक्ष्मी नांदल, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी शैलेट जोस, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी बिमलेश कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहें।