एसडीएम के कोर्ट में दोनों पक्षों ने प्रस्तुत किए दस्तावेज
औघड़ पीर डेरे के विवाद को लेकर बुधवार को एसडीएम राकेश कुमार की कोर्ट में दोनों पक्षों को बुलाया गया। दोनों ही पक्षों ने डेरे की गद्दी को लेकर अपना दावा प्रस्तुत करते हुए दस्तावेज प्रस्तुत किए।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
औघड़ पीर डेरे के विवाद को लेकर बुधवार को एसडीएम राकेश कुमार की कोर्ट में दोनों पक्षों को बुलाया गया। दोनों ही पक्षों ने डेरे की गद्दी को लेकर अपना दावा प्रस्तुत करते हुए दस्तावेज प्रस्तुत किए। एसडीएम ने दस्तावेजों की जांच करने के बाद आगामी निर्णय पर पहुंचने का आश्वासन दिया है। उधर, मिशन एकता समिति की अध्यक्ष कांता आलड़िया ने प्रशासनिक अधिकारियों पर सरकार के इशारे पर काम करने के आरोप लगाए है। वहीं, बाबा जयनाथ के समर्थन में नांदल भवन में अठगामा सर्व समाज की पंचायत हुई।
डेरे के महंत बाबा रमेशनाथ की तरफ से मिशन एकता समिति की अध्यक्ष कांता आलड़िया तथा दूसरे पक्ष से बाबा जयनाथ व अन्य ट्रस्ट के सदस्य एसडीएम की कोर्ट में पहुंचे। मिशन एकता समिति ने रमेशनाथ को डेरे की गद्दी के आधिकारिक महंत होने का दावा करते हुए कागजात प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि रमेश नाथ के हक में सभी कागजात है और अदालत में मामला भी विचाराधीन चल रहा है। उधर, जयनाथ ने भी इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए बाबा रमेशनाथ को डेरा का अस्थाई महंत बताया। ट्रस्ट ने अब गद्दी पर उनको जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो डेरे के संविधान और ट्रस्ट के मुताबिक सही है।
अब होगा बड़ा आंदोलन : कांता
मिशन एकता समिति की अध्यक्ष कांता आलड़िया ने कहा कि अधिकारी बाबा मस्तनाथ मठ के महंत एवं अलवर से भाजपा सांसद बाबा बालकनाथ के इशारे पर काम कर रहा है। बाबा रमेशनाथ के हक में कागजात होने के बावजूद कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। बाबा रमेशनाथ को डेरे से बाहर कर प्रशासन ने सील कर दिया। इतना ही नहीं बाबा जयनाथ को अवैध रूप से गद्दी पर बैठा दिया गया, जो अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ है। वीरवार को इस मामले में आंदोलन का ऐलान किया जाएगा।
डेरे के खिलाफ कोई भी षड्यंत्र रच सकती है आलड़िया : अठगामा सर्व समाज पंचायत
बोहर स्थित नांदल भवन में अठगामा सर्व समाज की पंचायत हुई। जिसमें सर्व समाज के सम्मानित व्यक्तियों सहित डेरा बाबा सूरत नाथ, औघड़ पीर मठ के महन्त बाबा जय नाथ, सोहम आश्रम दिल्ली के महन्त सोहम नाथ व कई अन्य साधू-संतों ने हिस्सा लिया। पंचायत में डेरे में चल रहे विवाद के बारे में चर्चा की गई तथा यह निर्णय लिया गया कि जिस प्रकार डेरे में गबन व भ्रष्टाचार में लिप्त कांता आलड़िया, पूर्व अस्थाई महंत रमेशनाथ, रामकंवार व इनके साथी जिस प्रकार से अपनी जान का खतरा बताकर बयानबाजी कर रहे हैं। इससे इनके किसी पूर्व नियोजित षड्यंत्र की बू आ रही है। इसी खतरे को भांपते हुए अठगामा के सभी बुद्धिजीवियों ने इस प्रकार के षड्यंत्र को होने से पहले ही जनता और समाज को सूचित करना अपना फर्ज समझता है। यदि प्रशासन को लगता है कि बाबा रमेश नाथ व रामकंवार को सुरक्षा की आवश्यकता है तो उनकी सुरक्षा की उचित व्यवस्था की जाए। इस अवसर पर बाबा सोहम नाथ, बाबा जय नाथ, फूल सिंह, कबीर, दयानंद, जयपाल, रोहतास आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।