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जिला परिषद चेयरमैन ने गांवों के जलघरों से लिए सैंपल

ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति के हालात बेहतर नहीं हैं। मंगलवार को जलघरों से होने वाली पेयजल आपूर्ति की कलई खुल गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 09:24 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 09:24 AM (IST)
जिला परिषद चेयरमैन ने गांवों के जलघरों से लिए सैंपल
जिला परिषद चेयरमैन ने गांवों के जलघरों से लिए सैंपल

जागरण संवाददाता, रोहतक : ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति के हालात बेहतर नहीं हैं। मंगलवार को ग्रामीण क्षेत्रों में जलघरों से होने वाली पेयजल आपूर्ति की कलई खुल गई। जिला परिषद के चेयरमैन के नेतृत्व में सात सदस्यीय कमेटी ने बखेता, पोलंगी, रूड़की, मुंगान गांवों में पहुंचकर पेयजल आपूर्ति के सैंपल लिए। जांच के दौरान कमेटी ने खामियां भी मिली हैं। पोलंगी, बखेता और रूड़की गांवों में क्लोरीन गैस के सिलेंडर काम करते हुए नहीं पाए गए।

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जिला परिषद के चेयरमैन सतीश भालौठ, जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ नवीन कुमार, मुकेश कुमार जनस्वास्थ्य विभाग, बहादुर सिंह हेल्थ इंस्पेक्टर, नरेंद्र धनखड़ उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, जेपी भाली जिला पार्षद आदि ने गांवों में सैंपल लिए। इन्होंने बताया है कि संबंधित ग्रामीणों से वार्ता की गई तो उन्होंने हैरानी जताई कि सोमवार तक हालात खराब थे। मंगलवार को यहां बेहतर पेयजल आपूर्ति कैसे हुई। इसलिए अगली बार से जब भी सैंपल लिए जाएंगे तब किस गांव में कार्रवाई करने जाना है, इसे लेकर गोपनीयता बरती जाएगी। वहीं, इनका कहना है कि जलघरों पर कई स्थानों पर घास और गंदगी भी मिली। जबकि कुछ स्थानों पर सफाई का कार्य कराया जा रहा था।

औचक निरीक्षण के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित

जिला परिषद की बैठक में तय किया गया था कि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति के सैंपल लिए जाएंगे। ऐसे ही ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित पेट्रोल पंपों पर भी गड़बड़ियों की शिकायतें देखते हुए सैंपल की कार्रवाई शुरू करने का फैसला लिया गया था। जिला परिषद के चेयरमैन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय कमेटी का गठन किय जा चुका है। कमेटी में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को सदस्य सचिव बनाया गया है। उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, सिविल सर्जन या उनके प्रतिनिधि, राजेंद्र कुमार उप प्रधान जिला परिषद एवं जिला पार्षद जेपी भाली को कमेटी में सदस्य बतौर शामिल किया है। वर्जन

मुझे शक है कि ग्रामीण क्षेत्रों में टीमों के पहुंचने से पहले बात लीक हुई है। जब हम गांवों में पानी के सैंपल लेने से पहले अधिकारियों के साथ थे तब गांवों के नाम बता दिए थे। मुझे शक इसलिए हो रहा है कि ग्रामीणों ने शिकायत की है कि सोमवार तक दूषित पानी आ रहा था, मंगलवार को संबंधित गांवों कुछ हद तक समस्या का समाधान मिला। ग्रामीणों ने भी हैरानी जताई।

सतीश भालौठ, चेयरमैन, जिला परिषद

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कुछ गांवों में क्लोरीन गैस के सिलेंडर में परेशानी है। यहां कार्य कराया जा रहा है। स्वच्छ पेयजल आपूर्ति कराना हमारी वरीयता में शामिल हैं।

सूर्य कांत, एक्सईएन, जनस्वास्थ्य विभाग


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