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माता दरवाजा के 400 साल पुराने सरोवर को 500 गज का पक्का बनाने की मांग, शेष स्थान पर बने पार्क

जागरण संवाददाता रोहतक माता दरवाजा मंदिर स्थित 400 साल पुराने सरोवर को छोटा करके यह

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Nov 2019 08:59 PM (IST)Updated: Tue, 26 Nov 2019 06:15 AM (IST)
माता दरवाजा के 400 साल पुराने सरोवर को 500 गज का पक्का बनाने की मांग, शेष स्थान पर बने पार्क
माता दरवाजा के 400 साल पुराने सरोवर को 500 गज का पक्का बनाने की मांग, शेष स्थान पर बने पार्क

जागरण संवाददाता, रोहतक : माता दरवाजा मंदिर स्थित 400 साल पुराने सरोवर को छोटा करके यहां पार्क के निर्माण की मांग उठने लगी है। पार्क के निर्माण के लिए कहा गया है कि तालाब की जमीन पर भरत करके यहां 500 गज का पक्का सरोवर बनाकर शेष जमीन पर पार्क निर्मित कराया जाए। डेयरी मुहल्ला व माता दरवाजा मुहल्ला क्षेत्र की पंचायत ने नगर निगम कार्यालय में पहुंचकर अधिकारियों से इस प्रकरण में गुहार लगाई। लोगों ने कहा है कि पार्क इस क्षेत्र में न होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर, स्थानीय पार्षद और मंदिर प्रबंधन का दावा है कि कुछ लोग प्राचीन सरोवर को बंद कराने की साजिश रच रहे हैं।

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आंबेडकर चौक स्थित नगर निगम कार्यालय में पहुंचे दोनों ही कालोनियों के लोगों ने प्रदर्शन किया। रमेश चंद्र, नरेंद्र, संतरा, राजकुमार, दलबीर सिंह, भारत, विक्रांत, सुरेश भाटिया, पवन, दया सिंह, अजीत भाटिया, जसमिदर, आजाद सिवाच आदि ने मांग की पार्क बनाने का कार्य होना चाहिए। गीता, अनीता, नीलम, जयदेई, सुशीला, रोशनी, राजबाला, संतोषरानी, नरेश कुमार, राजवंती, अजिता, हनी, सोनू आदि ने बताया है कि माता दरवाजा और डेयरी मुहल्ले में पार्क नहीं। पिछले कई साल से पार्क का निर्माण कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी। निगम अधिकारियों ने दिया सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला

वार्ड-4 के पार्षद गुलिया ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए कहा कि नगर निगम के अधिकारियों से इस प्रकरण में शिकायत की है। गुलिया ने कहा कि निगम के सीनियर टाउन प्लानर केके वाष्र्णेय ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर सरोवर पर पार्क का निर्माण नहीं हो सकता है, यह बताया है। पंचायत के दावे को पूरी तरह से गलत बताते हुए कहा कि निगम प्रशासन से हमने मांग की है कि यहां तत्काल ही सुंदरीकरण का कार्य शुरू कराया जाए। इससे पहले टीम पहुंचकर जांच करे। मेयर और आयुक्त कह चुके हैं कि सरोवर पर पार्क नहीं बन सकता : महंत थानेश्वरदास

प्राचीन शीतला माता मंदिर के महंत थानेश्वरदास ने बताया है कि चैत्र और आषाढ़ माह में हर साल मेला लगता है। पंजाब और हरियाणा भर से हजारों की तादाद में यहां श्रद्धालु पहुंचते हैं। प्राचीन शीतला माता मंदिर में दर्शन के बाद मिट्टी निकालने की 400 साल पुरानी परंपरा है। थानेश्वरदास का कहना है कि 11 नवंबर को वार्ड-5 की पार्षद गीता और उनके परिजनों के अलावा वार्ड-4 के पार्षद धर्मेंद्र गुलिया उर्फ पप्पन को साथ लेकर मेयर मनमोहन गोयल और निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा से मिले थे। मेयर और निगम आयुक्त ने तालाब पर पार्क नहीं बन सकता है, यह आश्वासन दिया था। निगम प्रशासन पार्क के सुंदरीकरण के लिए बजट दे चुका है। सुंदरीकरण के कार्य पर करीब 35 लाख रुपये खर्च होंगे। थानेश्वरदास ने दावा किया है कि कुछ लोग प्राचीन सरोवर को बंद कराने की साजिश रच रहे हैं। सरोवर पर अवैध कब्जे, सदरा देखकर कराएंगे कार्रवाई : धर्मेंद्र गुलिया

वार्ड-4 के पार्षद धर्मेंद्र गुलिया उर्फ पप्पन का कहना है कि कुछ लोग प्राचीन सरोवर पर अवैध कब्जा करने की साजिश रच रहे हैं। यह भी दावा किया है कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है कि तालाब में मिट्टी भरत करके उसे बंद नहीं किया जा सकता है। तालाब पर अवैध कब्जा होने का दावा करते हुए गुलिया ने कहा कि सदरा(नक्शा) देखकर कार्रवाई कराएंगे। अवैध कब्जे हटवाकर सरोवर के सुंदरीकरण के लिए तत्काल कार्य कराएंगे। तालाब को किसी भी सूरत में बंद नहीं किया जा सकता।


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