बारिश से बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे की मांग, प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
बारिश से बर्बाद हुई फसलों व खाली रही कृषि भूमि की स्पेशल गिरदावरी करवा मुआवजा देने समेत किसानों व मजदूरों के अन्य मुद्दों को लेकर किसानों ने बुधवार को शहर में प्रदर्शन किया। जिसके बाद किसान लघु सचिवालय पहुंचे और वहां सड़क पर बैठ गए जिससे जाम लग गया। हालांकि कुछ समय बाद रास्ता खुलवा दिया गया। किसानों ने एसडीएम राकेश कुमार को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन से पहले किसान व मजदूर संगठनों के सदस्य मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए और यहां सभा की गई। जिसकी अध्यक्षता किसान सभा जिला प्रधान प्रीत सिंह सीटू प्रधान कमलेश लाहली व नफे सिंह सैमाण ने संयुक्त तौर पर की ।
जागरण संवाददाता, रोहतक : बारिश से बर्बाद हुई फसलों व खाली रही कृषि भूमि की स्पेशल गिरदावरी करवा मुआवजा देने समेत किसानों व मजदूरों के अन्य मुद्दों को लेकर किसानों ने बुधवार को शहर में प्रदर्शन किया। जिसके बाद किसान लघु सचिवालय पहुंचे और वहां सड़क पर बैठ गए, जिससे जाम लग गया। हालांकि कुछ समय बाद रास्ता खुलवा दिया गया। किसानों ने एसडीएम राकेश कुमार को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन से पहले किसान व मजदूर संगठनों के सदस्य मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए और यहां सभा की गई। जिसकी अध्यक्षता किसान सभा जिला प्रधान प्रीत सिंह, सीटू प्रधान कमलेश लाहली व नफे सिंह सैमाण ने संयुक्त तौर पर की ।
सभा को संबोधित करते हुए सीटू के प्रांतीय नेता सुरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार बड़े पूंजीपतियों के इशारे पर निजीकरण कर रही है। किसान सभा जिला सचिव सुमित सिंह व सीटू जिला सचिव कामरेड विनोद ने कहा कि प्रदेश भर में किसान-मजदूर एकता दिवस का आयोजन कर समस्याओं को उठाते हुए जिले के किसानों व मजदूरों ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। शासन प्रशासन पर किसानों की समस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए किसान-मजदूर नेताओं ने कहा कि खरीफ 2021 की फसलों में भारी नुकसान हुआ था। जिसकी सही गिरदावरी करवाने की बजाय गिरदावरी में खानापूर्ति कर दर्जनों गांव के नुकसान को नहीं दिखाया गया। जो गिरदावरी हुई उसका भी मुआवजा अभी तक वितरित नहीं किया गया। अब अनेक किसानों की रबी की फसल भी बारिश के चलते खराब हो रही है। बेमौसमी बारिश से बर्बाद फसलों के मुआवजे सहित सभी मांगो को प्रमुखता से प्रशासन के समक्ष रखा गया। इसके साथ ही प्रदर्शन में मजदूरों के मुद्दों को उठाते हुए खेती को मनरेगा से जोड़ने, मनरेगा के तहत काम व दिहाड़ी बढ़ाने, दिहाड़ी मारने की घटनाओं पर रोक लगाने, राशन वितरण प्रणाली के तहत सरसों के तेल का वितरण बहाल करने समेत अन्य समस्याओं को प्रशासन के समक्ष रखा गया।
प्रशासन ने दिया आश्वासन
प्रदर्शन के बाद उन्होंने जिला प्रशासन से एसडीएम को मांग पत्र सौंपा। प्रशासन ने सभी मुद्दों के समाधान के लिए अधिकारियों के साथ किसानों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक तय कर, समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया। प्रदर्शन को जनवादी महिला समिति की नेत्री जगमति सांगवान, किसान सभा से प्रधान प्रीत सिंह, कोषाध्यक्ष बलवान सिंह, सीटू नेता सतनारायण, संजीव व रामभगत, कैप्टन शमशेर मलिक, सुनील खरावड़, कुलदीप निदाना, राममेहर, रामकिशन नौणंद, श्रीओम भैनी सुरजन व अन्य नेताओं ने संबोधित किया।