छठव्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर की मंगल कामना
सूर्य उपासना का चार दिवसीय महापर्व धूमधाम से मनाया गया। शनिवार सुबह उगते सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर छठव्रतियों ने मंगल कामना की।
जागरण संवाददाता, रोहतक : सूर्य उपासना का चार दिवसीय महापर्व धूमधाम से मनाया गया। शनिवार सुबह उगते सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर छठव्रतियों ने मंगल कामना की। चौथे और अंतिम दिन उगते सूर्य की उपासना के बाद चार दिवसीय यह महापर्व पूरा हो गया। दिल्ली रोड स्थित भालौठ सब ब्रांच नहर में बनाए विभिन्न घाट श्रद्धालुओं की ओर से सजाए गए। उगते सूर्य की उपासना के लिए छठव्रतियों का नहर पर आने का सिलसिला सुबह करीब तीन बजे से ही शुरू हो गया था। जो सुबह छह बजे तक चलता रहा। यहां आकर उन्होंने अपने-अपने घाटों पर धूप-दीप आदि लगाकर पूजा-अर्चना की। इस दौरान लगभग एक किलोमीटर तक क्षेत्र भक्तिमय नजर आया। नहर पर बनाए गए घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से पुलिस व्यवस्था भी दुरुस्त नजर आई। महिला श्रद्धाल़ओं की अधिक संख्या के मद्देनजर महिला पुलिस भी काफी संख्या में लगाई गई।
पूर्वाचल एकता समिति के महासचिव रणधीर राय ने बताया कि दीपावली के छठे दिन यह पर्व हर्षोल्लास से मनाया जाता है। व्रत करने वालों में महिलाओं की संख्या अधिक रहती है। छठ पूजा पर्व के दौरान चार दिनों तक पूजा अर्चना का सिलसिला चलता है। उन्होंने बताया कि कथाओं के अनुसार संतान प्राप्ति के लिए व निरोगी काया के लिए यह पर्व मनाया जाता है। यही एक ऐसा पर्व है जिसमें डूबते सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है और अगले सुबह उगते सूर्य को भी अर्ध्य दिया जाता है। इसके पश्चात ही छठव्रति अल्पाहार लेकर अपना व्रत पूरा करते हैं और इस महापर्व का समापन भी हो जाता है।
घाट पर की जरूरी व्यवस्थाएं
समिति के प्रधान राम इकबाल राय का दावा है कि समिति और पुलिस प्रशासन की ओर से घाट पर जरूरी व्यवस्थाएं की गई। घाट पर आने वाले लोगो के हाथों को सैनिटाइज किया गया और मास्क वितरित किए गए। इसके अलावा थर्मल स्क्रीनिग भी की गई। सुबह उगते सूर्य की उपासना के बाद घाट पर सफाई कराए जाने का भी उन्होंने दावा किया है।
श्रद्धालुओं में बना रहा उत्साह
चार दिवसीय छठ महापर्व को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह बना हुआ है। 18 नवंबर से शुरू हुआ महापर्व का समापन सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद धूमधाम से हुआ। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए छठ पर्व के दौरान आवश्यक सतर्कता बरती जा रही है।
घाट के आसपास सजी दुकानें
छठ पूजा पर्व को लेकर भालौठ सब ब्रांच में बनाए अस्थायी घाट के आसपास फुटकर दुकानें भी सजी रही, जहां से श्रद्धालुओं ने खरीदारी की। खिलौने आदि व श्रृंगार के सामान की ज्यादातर दुकानें लगी रही।
संतान प्राप्ति के लिए है व्रत
घाट पर सुबह सूर्य उपासना के लिए पहुंची छठवर्ती शोभा, आशा, पूनम, ममता, सुनीता व गोल्डी ने बताया कि यह व्रत संतान प्राप्ति और अच्छे स्वास्थ्य के लिए किए जाने की परंपरा है। घाट पर ही अनेक श्रद्धालु सेल्फी लेते हुए भी देखे गए।