हिसाब मांगने पर भट्ठा मजदूरों को बंधक बना, रबड़ की बेल्ट से पीटा
संवाद सहयोगी, सांपला : गांव हसनगढ़ स्थित ईंट भट्ठे पर काम कर रहे मजदूरों को बंधक बना
संवाद सहयोगी, सांपला :
गांव हसनगढ़ स्थित ईंट भट्ठे पर काम कर रहे मजदूरों को बंधक बना कर उनके साथ रबड़ बेल्ट से बुरी तरह मारपीट की गई। मारपीट व बंधक बनाने का आरोप मजदूरों ने ठेकेदार के भाई नूरा पर लगाया है। आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार से शिकायत दर्ज करवाने को लेकर मजदूर कभी सांपला तो कभी सोनीपत के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन पुलिस घटनास्थल अपने क्षेत्र से बाहर बता पल्ला झाड़ रही है। पीड़ित यूपी के कैराना निवासी इकराम व मामू मजदूरों का कहना है कि वे पिछले एक साल से कैराना के गांव मिल्कपुर निवासी ठेकेदार मोमिन के पास ईंट भट्ठों पर निकासी का काम कर रहे है। ठेकेदार ने दोनों भाईयों का एक साल से कोई हिसाब नहीं किया है। उनका करीब डेढ़ लाख रुपये ठेकेदार के पास हिसाब निकलता है। लेकिन वह हिसाब नहीं कर रहा है। उन्होंने भट्ठा ठेकेदार से हिसाब करने के बाद ही आगे काम करने की बात की थी। उनका आरोप है कि इसी बात को लेकर ठेकेदार के भाई यूपी के कैराना के गांव मिल्कपुर निवासी नूरा ने अपने साथियों सहित उनको बंधक बना लिया। इतना ही नहीं बदमाश दोनों मजदूरों को जबरदस्ती तीन बाइकों पर बैठा नाहरा- नाहरी गांव स्थित एक ईंट भट्ठे पर ले गए। वहां एक झुगी में बंधक बना दोनों को बुरी तरह रबड़ बेल्ट से पीटा गया। वाक्या शुक्रवार का है। किसी प्रकार रात को जान बचाकर दोनों भाई बदमाशों के चुंगल से भागे। पुलिस बरत रही ढिलाई :
मजदूरों ने इसकी शिकायत सांपला पुलिस को दी। पुलिस ने घटनास्थल अपने क्षेत्र से बाहर बता सोनीपत शिकायत करने को कहा। लेकिन सोनीपत पुलिस ने भी शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। सोनीपत पुलिस ने भी घटना अपने क्षेत्र से बाहर बता काम की इतिश्री कर डाली। इस मामले में पुलिस ढिलाई बरत रही है। मजदूरों को उन्होंने एडवांस पैसा दे रखा है। वे बिना पैसे का हिसाब किए दूसरे भट्ठे पर जा रहे थे। इसकी भनक लगने के बाद नूरा ने उनको पकड़ा। झगड़ा दोनों तरफ से हुआ तो मारपीट होना स्वभाविक है।
- मोमिन, ठेकेदार ।