केंद्रीय टीम के पहुंचने से पहले सुनारिया कचरा प्लांट में व्यवस्थाएं पुख्ता, निरीक्षण आज
स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के लिए केंद्रीय दो केंद्रीय टीमों का निरीक्षण शहर में लगभग पूरा बताया जा रहा है। केंद्रीय टीमों ने प्रमुख पार्कों चौराहों और सार्वजनिक शौचालयों में सफाई के इंतजामों का जायजा लिया। फिलहाल केंद्रीय टीम के पहुंचने से पहले ही अधिकारी बेहद चौकन्ने थे।
जागरण संवाददाता, रोहतक : स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के लिए केंद्रीय दो केंद्रीय टीमों का निरीक्षण शहर में लगभग पूरा बताया जा रहा है। केंद्रीय टीमों ने प्रमुख पार्कों, चौराहों और सार्वजनिक शौचालयों में सफाई के इंतजामों का जायजा लिया। फिलहाल केंद्रीय टीम के पहुंचने से पहले ही अधिकारी बेहद चौकन्ने थे। फिलहाल दोनों ही केंद्रीय टीमों की तरफ से सिटीजन फीडबैक का कार्य पूरा बताया जा रहा है। अब बताया जा रहा है कि बुधवार या वीरवार तक सर्वेक्षण का कार्य पूरा होते ही टीमें वापस लौट सकती हैं।
केंद्रीय टीमों ने शुक्रवार की शाम को ही रोहतक में डेरा डाल दिया था। शनिवार से फेस-टू-फेस सर्वे का कार्य शुरू हुआ। केंद्र सरकार की सख्त हिदायतों के चलते इस बार सर्वेक्षण पूरी तरह से गोपनीय है। किसी को भनक तक नहीं लगने दी जा रही है। बताया जा रहा है कि फेस-टू-फेस सर्वे का कार्य प्रमुख बाजारों, सार्वजनिक स्थानों पर हो चुका है। नगर निगम के सार्वजनिक शौचालयों की असल स्थिति का पता करने के लिए केंद्रीय टीमों ने प्वाइंट-टू-प्वाइंट जांच की। बताते हैं कि नगर निगम के सार्वजनिक शौचालयों को लेकर अधिकारी पहले से ही सतर्क थे। इसलिए बताया जा रहा है कि शौचालयों की स्थिति संतोषजनक मिली है। ऐसा बताया जा रहा है कि केंद्रीय टीम अब नगर निगम की तरफ से सर्विस प्रोग्रेस लेवल की जांच करने के लिए सभी प्रोजेक्ट की मौके पर पहुंचकर जांच करेगी। यह भी बताया गया है कि भिवानी रोड स्थित सॉलिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में केंद्रीय टीम पहुंचकर बुधवार को जांच कर सकती है। चार दिनों से अधिकारी लगातार डाले हुए हैं डेरा
बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले तक सुनारिया रोड स्थित सॉलिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के परिसर में पड़े कचरे में आग लग रही थी। कचरे में लगने वाली आग के चलते धुआं भी उठ रहा था। एक स्थानीय किसान जयभगवान ने बताया कि धुआं और आग के चलते गद्दी खेड़ी, सुनारिया, डोभ, भिवानी रोड आदि स्थानों के लोगों को धुएं से परेशानी होती है। पिछले चार दिनों से नगर निगम के अधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। यहां कचरे में लगने वाली आग भी बुझा दी गई है। किसान भी यहां बेहतर व्यवस्थाओं को लेकर कहते हैं कि स्थाई तौर से इसी तरह से इंतजाम हों। इनका कहना है कि धुएं से राहत नहीं मिली है।