अभय चौटाला बोले- पाकिस्तान का पानी रोकने के बजाय एसवाइएल निर्माण कराए सरकार
हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने कहा कि सीएम मनोहर लाल को पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने के बजाय सरकार को एसवाइएल का निर्माण कराना चाहिए।
जेएनएन, रोहतक। मुख्यमंत्री मनोहरलाल के बयान पर नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने पलटवार करते हुए कहा है कि पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने के बजाय सरकार को एसवाइएल का निर्माण कराना चाहिए। प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनवाने की पूछो तो कहते हैं कि कोर्ट में मुद्दा फंसा हुआ है, जबकि एसवाइएल के निर्माण में कोर्ट के आदेश देने के बाद भी संविधान का पालन नहीं किया जा रहा है। जनता पानी की कमी से त्राहि-त्राहि कर रही है।
अभय चौटाला शहर के दिल्ली बाईपास रोड स्थित इनेलो के जिला कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार की ऐसी ही नीतियों के विरोध में रोहतक की नई अनाज मंडी में 29 जून को जेल भरो आंदोलन किया जाएगा।
लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में नहीं मिलेगी एक भी सीट
चौटाला ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बने चार साल से ज्यादा का समय हो गया है। आज हर एक कर्मचारी वर्ग अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आया है। उसके अंदर सरकार की नीतियों के खिलाफ आक्रोश है। वह दर-दर की ठोकरें खा रहा है। जनता समस्याओं से जूझ रही है। इस बार लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में इन्हें एक भी सीट नहीं मिलेगी।
पूर्व और वर्तमान सरकार ने खिलाडिय़ों के साथ किया भेदभाव
उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार में खिलाड़ियों को इसलिए नौकरी नहीं दी गई, क्योंकि वह उनकी पार्टी के नहीं थे। हालांकि खिलाड़ी किसी पार्टी का नहीं बल्कि देश का होता है। वहीं वर्तमान सरकार ने तो हदें ही पार कर दीं और खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि तक नहीं दी। उन्होंने कहा कि बसपा के साथ इनेलो की सरकार आएगी तो खिलाड़ियों को सम्मानित करने के साथ ही दो गुना राशि पुरस्कार में दी जाएगी, ताकि मायूस हो रहे खिलाड़ी प्रेरित हो सकें।
वर्चस्व की लड़ाई लड़ रही है कांग्रेस
चौटाला ने कहा कि कांग्रेस वर्चस्व की लड़ाई लड़ रही है। एक ओर जहां समालखा से शुरू हुई कांग्रेस की रथयात्रा फेल हो गई है, वहीं साइकिल यात्रा की भी हवा निकलने वाली है। नगर निगम का चुनाव लड़े जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव की चिंता नहीं है, बल्कि एसवाइएल की चिंता है।