सुखपुरा चौक के निकट तालाब की जमीन से ढहाए 30 अवैध निर्माण
रोहतक सुखपुरा चौक के निकट तालाब की जमीन पर अवैध कब्ज हटाने की कार
जागरण संवाददाता, रोहतक : सुखपुरा चौक के निकट तालाब की जमीन पर अवैध कब्ज हटाने की कार्रवाई हुई। करीब 14 घर और करीब 16 प्लाट की बाउंड्री व दूसरे निर्माण ध्वस्त कर दिए गए। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में सात जेसीबी ने अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए। स्थानीय लोगों ने जबरदस्त हंगामा किया। मशीन के सामने खड़े हो गए। वहीं, गुस्साए लोगों ने दो लोगों को पीट भी दिया।
गोहाना रोड स्थित सूर्य नगर की गली नंबर-1 के निकट करीब आठ एकड़ जमीन खाली पड़ी थी। अभी यहां करीब एक करोड़ की लागत से कम्युनिटी सेंटर का निर्माण हो रहा है। पार्क और पार्किंग व दूसरे निर्माण कार्यों की राह में अवैध कब्जे आ रहे थे। संबंधित स्थान पर चारों तरफ से बाउंड्री भी होनी है। बृहस्पतिवार को नगर निगम की टीम भारी पुलिस बल के साथ तहसीलदार और ड्यूटी मजिस्ट्रेट कनब सिंह, एक्सईएन नवीन धनखड़, एसडीओ अमन राठी आदि को लेकर मौके पर पहुंची। सबसे पहले प्लाटों की बाउंड्री ढहाईं। बाद में घरों को गिरा दिया। कार्रवाई के विरोध में कुछ लोग जेसीबी के सामने खड़े हो गए। काम रोकने के लिए निगम के अधिकारियों को धमकी तक दी गई। इस पर कुछ देर के लिए कार्रवाई बंद करनी पड़ी। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई तो लोग पीछे हट गए और फिर से कार्रवाई शुरू हुई। इस दौरान कम्युनिटी सेंटर की समिति में शामिल एक पदाधिकारी और एक अन्य व्यक्ति को गुस्साए लोगों ने पीट दिया। इस प्रकरण में चार शिकाकर्ताओं पर लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। दो माह में तीसरी बार कार्रवाई
निगम के सूत्रों का कहना है कि करीब दो माह पहले तय हो गया था कि तालाब वाली जमीन के चारों तरफ अवैध कब्जे हैं। मौके पर जांच के बाद मकान और प्लाट चिह्नित कर लिए थे। अवैध कब्जा करने वालों को घर खाली करने के आदेश दिए। दो बार पहले भी कार्रवाई हुई। अब तीसरी बार फिर से कार्रवाई हुई। नियम तोड़े तो ध्वस्त होंगे अवैध निर्माण
अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ हरियाणा नगर निगम अधिनियम-1994 की धारा-350ए(2) और 350ए(बी) के तहत कार्रवाई की जाती है। पहली और दूसरी बार नोटिस दिए जाते हैं। लोगों का दावा है कि नोटिस दिए बगैर ही कार्रवाई की गई। इसलिए मौके पर जबरदस्त तरीके विरोध हुआ। नगर निगम प्रशासन की जमीन पर लोगों ने कब्जे कर लिए थे। पहले भी कार्रवाई हुई, लेकिन अब भी स्थायी तौर से बने घरों के साथ ही प्लांट की बाउंड्री तक कर ली गई थी। मौके पर पहुंचकर कब्जों को हटवा दिया है।
कनब सिंह, तहसीलदार व ड्यूटी मजिस्ट्रेट मौके पर नगर निगम के अधिकारी भेजे गए थे। अवैध कब्जों को गिराए बगैर बाउंड्री और दूसरे कार्य नहीं हो सकते थे।
प्रदीप गोदारा, आयुक्त, नगर निगम