काहनौर में खेतों में आग लगने से 13 एकड़ गेहूं जलकर राख
कस्बे के गांव काहनौर में पीरबाबा भोजासर के पास खेतों में आग लगने से 13 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। आग किन कारणों से लगी यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। वहीं ग्रामीणों व दमकल टीम ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। यही नहीं ग्रामीणों को आगजनी की घटना की तत्काल जानकारी लगी वरना कई एकड़ और गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो जाती।
संवाद सहयोगी, कलानौर : क्षेत्र के काहनौर गांव में पीरबाबा भोजासर के पास खेतों में आग लगने से 13 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। आग किन कारणों से लगी यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। वहीं, ग्रामीणों व दमकल टीम ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। यही नहीं, ग्रामीणों को आगजनी की घटना की तत्काल जानकारी लगी वरना कई एकड़ और गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो जाती।
रविवार दोपहर एक बजे के आसपास काहनौर गांव के पास एक खेत में आग लग गई। आग की लपटें तेजी से फैलने लगी, जिसकी चपेट में करीब 13 एकड़ गेहूं आ गया। गेहूं की फसल पूरी तरह से तैयार थी। केवल फसल की कटाई करनी बाकी थी। खेत के मालिक ने आग लगने की सूचना अग्निशमन विभाग में दी। इसके बाद रोहतक से एक दमकल टीम घटनास्थल पर पहुंची और आग बुझाने के प्रयास में जुट गई। लेकिन आग तेजी से फैल रही थी। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकल टीम ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक 13 एकड़ गेहूं जलकर राख हो चुका था। पीड़ित किसान राजू पुत्र महाबीर ने बताया कि वह अपने खेत मे काम कर रहा था तो अचानक अपने खेतों से धुंआ उठता देख वह उस ओर भागा तो देखा कि आग तेजी से फैल रही है। इसी बीच आसपास के खेतों से किसान अपने स्तर पर आग बुझाने में लग गए और दमकल विभाग को भी सूचना दी। थोड़ी देर बाद ग्रामीण भी घटना स्थल की तरफ दौड़े और आग बुझाने के काम मे जुट गए। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी। आग बेकाबू होती जा रही थी। इसी बीच मौके पर पहुंची दमकल विभाग की गाड़ी की सहायता से आग पर काबू पाया जा सका। झज्जर जिला के चिमनी गांव के पीड़ित किसान जिले पुत्र प्रताप ने बताया कि जिस खेत में सबसे पहले आग लगी थी वहां पर बिजली विभाग ने ट्रांसफार्मर लगाया हुआ था और उसमें शार्ट सर्किट के चलते चिगारी निकली और उसकी वजह से आग लगी है । पंचायती जमीन को ठेके पर लेकर बोया था गेहूं
पीड़ित किसान राजू ने बताया कि उसके जिन गेहूं के खेतो में आग लगी है उसे उन्होंने काहनौर ग्राम पंचायत से ठेके पर लिया हुआ है। आगजनी की इस घटना के बाद उसकी तो कमर ही टूट गई है और उसे लाखों रुपये का नुकसान हो गया है । समय पर पहुंचते दमकल कर्मी तो कम होता नुकसान
कलानौर में लंबे अरसे से दमकल विभाग की गाड़ी की तैनाती की मांग उठती रही है। लोगों का कहना है कि आगजनी की घटना होने के काफी समय बाद रोहतक से आग को बुझाने वाली गाड़ियां पहुंचती हैं। लेकिन तब तक सब कुछ जलकर खाक हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर दमकल विभाग की गाड़ी कलानौर में होती तो नुकसान कम होता ।