10 माह बाद मिली राहत, नहीं मिला कोरोना का नया मरीज
10 माह 14 दिन बाद कोरोना संक्रमण को लेकर रोहतकवासियों के लिए सकून देने वाली खबर आई है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : 10 माह 14 दिन बाद कोरोना संक्रमण को लेकर रोहतकवासियों के लिए सकून देने वाली खबर आई है। 23 मार्च से हर रोज कोरोना मरीज मिल रहे थे, लेकिन शनिवार का दिन बेहद शुभ रहा कि कोई नया मरीज नहीं मिला और ना ही किसी पुराने मरीज की मौत हुई। कोई नया मरीज नहीं मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने भी राहत की सांस ली है। हालांकि अभी तक सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है। यूं तो देश में जनवरी 2020 से ही केस मिलने शुरू हो गए थे, लेकिन रोहतक में 23 मार्च 2020 का पहला केस सामने आया था। रोहतक की रहने वाली महिला पानीपत की एक मिल में काम करती थी। मिल बंद होने के बाद वह अपने पति और दो बच्चों को लेकर रोहतक आ गई थी। यहां पर उसे संक्रमण की पुष्टि हो गई थी। रोहतक में पहला केस आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन में भी हड़कंप मच गया था। इसके बड़े स्तर पर कोरोना के मरीज मिलने शुरू हो गए थे। इस बीच कई बार एक-एक दिन में 100 से अधिक मरीज भी मिले।
268404 लोगों के लिए जा चुके हैं सेंपल
स्वास्थ्य विभाग अब तक 268404 लोगों की सेंपल ले चुका है। जिले में अब तक कुल मिलाकर 12286 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें से 12110 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। फिलहाल एक्टिव केस 22 है और 154 की मौत हो चुकी है। रोजाना की भांति शनिवार शाम जब कोरोना सैंपलों की जांच आई तो किसी को उम्मीद नहीं थी कि वह इतनी राहत देने वाली होगी। कुल मिलाकर 603 सेंपल लिए गए थे, जिसमें से 258 की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिन सेंपलों की रिपोर्ट आई उसमें एक भी कोरोना संक्रमित नहीं मिला। रिकवरी रेट बढ़कर 98.56 फीसद हो गया।
दूसरे चरण में लग चुकी 773 लोगों को वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन को लेकर पिछले माह अभियान शुरू किया गया था। इसमें डाक्टर और हेल्थ वर्करों को रखा गया था। वीरवार और शुक्रवार को दूसरे चरण का महाअभियान शुरू किया गया था। जिसमें पुलिस, नगर निगम, रेवेन्यू और कारपोरेशन के अधिकारियों व कर्मचारियों को शामिल किया गया था। दोनों दिनों में मिलाकर 773 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। अब सोमवार को एक बार फिर से स्पेशल दिन निर्धारित किया गया। इसमें करीब 1750 लोगों को कोरोना वैक्सीनेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
शनिवार को कोई भी नया मरीज नहीं है। लंबे समय बाद यह राहत देने वाला परिणाम है। जो सभी के सहयोग से संभव है। फिर भी आम जन को अभी लापरवाही से बचना चाहिए। जितनी सावधानी बरती जाएगी उतना जल्दी ही कोरोना को जड़ से खत्म किया जाएगा।
- डा. अनिल बिरला, सिविल सर्जन