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मुआवजे के लिए पहले चुप क्यों रहे राव

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि जब 18 गांवों के 1274 किसान रेवाड़ी के आउटर बाइपास के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का एक साल से मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे उस समय केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह चुप्पी साधे हुए थे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 04:31 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 06:16 AM (IST)
मुआवजे के लिए पहले चुप क्यों रहे राव
मुआवजे के लिए पहले चुप क्यों रहे राव

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि जब 18 गांवों के 1274 किसान रेवाड़ी के आउटर बाइपास के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का एक साल से मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे उस समय केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह चुप्पी साधे हुए थे। अब जब मुआवजा जारी होने वाला है तो राव इसका झूठा श्रेय लेने के लिए बयान जारी कर रहे हैं।

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विद्रोही ने कहा कि 12 दिसंबर 2018 को किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था। जब जमीन ही अधिग्रहित कर ली गई तो किसानों का पैसा एक साल तक रोका क्यों गया। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह अब किसानों की मुआवजा राशि शीघ्र दिलाने की बात कह रहे हैं जो कि झूठा श्रेय लेने वाली बात है। किसानों को मुआवजा राव के प्रयासों से नहीं बल्कि चल रही प्रक्रिया के तहत मिलने वाला है। यहां बता दें कि किसानों को अधिग्रहित जमीन के 430 करेाड़ रुपये मिलने का इंतजार है। विद्रोही ने कहा कि राव क्षेत्रहित व जनहित के मुद्दे उठाने में सबसे पीछे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के 430 करोड़ रुपये मुआवजे का ब्याज देने की कोई बात नहीं उठ रही है। किसानों को उनके पैसे पर ब्याज भी दिया जाना चाहिए। इसके लिए लड़ाई जारी रखी जाएगी।


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